Landmark Cars IPO Listing: बाजार के बिगड़े सेंटीमेंट का असर लैंडमार्क कार्स के आईपीओ की लिस्टिंग पर, इश्यू प्राइस से 10% नीचे गिरा शेयर
Landmark Cars Listing: Landmark Cars का आईपीओ अपने इश्यू प्राइस 506 रुपये से 7 फीसदी डिस्काउंट के साथ 471 रुपये पर बीएसई और एनएसई पर लिस्ट हुआ है.
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Landmark Cars IPO Listing: सुला विनेयार्ड्स के बाद शुक्रवार को स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हुए लैंडमार्क कार्स (Landmark Cars) के आईपीओ में निवेश करने वाले निवेशकों को निराशा हुई है. शेयर बाजार के बिगड़े मूड और गिरावट का खामियाजा Landmark Cars के आईपीओ को उठाना पड़ा. स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर अपने इश्यू प्राइस से 7 फीसदी डिस्काउंट पर लिस्ट हुआ है.
आईपीओ प्राइस से नीचे हुए शेयर लिस्ट
Landmark Cars का आईपीओ अपने इश्यू प्राइस 506 रुपये से 7 फीसदी डिस्काउंट के साथ 471 रुपये पर बीएसई और एनएसई पर लिस्ट हुआ है. लेकिन लिस्टिंग के बाद शेयर में गिरावट बढ़ती चली गई. शेयर इश्यू प्राइस से 10 फीसदी नीचे 446 रुपये तक जा लुढ़का. फिलहाल शेयर 9.49 फीसदी की गिरावट के साथ 458 रुपये पर ट्रेड कर रहा है.
Landmark Cars के आईपीओ को निवेशकों का बहुत बढ़िया रेस्पांस नहीं मिला था. संस्थागत निवेशकों का कोटा 8.71 गुना, गैर-संस्थागत निवेशकों का कोटा 1.32 गुना सब्सक्राइब हुआ था. जबकि रिटेल निवेशकों का कोटा केवल 0.59 फीसदी गुना ही सब्सक्राइब हुआ. आईपीओ 13 से 15 दिसंबर तक आवेदन के लिए खुला था. कंपनी के महंगे वैल्यूएशन होने के चलते भी निवेशकों ने आईपीओ से दूरी बना ली थी.
Landmark कारों की डीलर्सशीप के मामले में बड़ा नाम है. कंपनी के पास मर्सिडीज बेंज, होंडा, जीप, Volkswagen और Renault जैसी ऑटोमोबाइल कंपनियों की डीलरशीप है. कंपनी कमर्शियल व्हीकल कंपनी अशोक लीलेंड की भी डीलर है. कंपनी नई गाड़ियों की बिक्री से लेकर, ऑफ्टर-सेल्स सर्विस के साथ सेंकेंड हैंड गाड़ियों के सेल्स के कारोबार से भी जुड़ी है.
वित्तीय वर्ष 2021-22 में कंपनी का कुल रेवेन्यू 2,989 करोड़ रुपये रहा है. वहीं इसका नेट प्रॉफिट 66 करोड़ रुपये रहा है, जो पिछले वित्तवर्ष में दर्ज 11 करोड़ रुपये का 6 गुना रहा है. चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही के लिए 18 करोड़ रुपये के प्रॉफिट के साथ इसका रेवेन्यू 802 करोड़ रुपये रहा है.
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