Lithium Reserve in Rajasthan: भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) ने मंगलवार को राजस्थान में बड़े लिथियम भंडार की मिलने की मीडिया रिपोर्ट्स को आधारहीन बताया है. सर्वेक्षण संगठन ने कहा कि भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की ओर से नागौर जिले के डेगान क्षेत्र में बड़े लिथियम भंडार की खोज के बारे में कई समाचार पत्रों में प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट पूरी तरह से निराधार और भ्रामक हैं. 


GSI के क्षेत्रीय हेडक्वाटर और सेंट्रल हेडक्वाटर की ओर से ऐसी कोई जानकारी प्रोवाइड नहीं कराई गई है. गौरतलब है कि GSI 2019-20 से डेगाना क्षेत्र नागौर जिले में टंगस्टन, लिथियम और अन्य दुर्लभ मेटल्स की खोज कर रहा है और ड्रिलिंग का कार्य जारी है. 


अभी तक लिथियम मिलने की नहीं कोई जानकारी 


जीसीआई ने कहा कि​ ड्रिलिंग का कार्य पूरा होने के बाद और अंतिम कार्य पूरा करने के बाद ही रिपोर्ट पेश किया जाएगा. अभी  कोई रिपोर्ट नहीं पेश की गई है. बता दें कि कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि राजस्थान में लिथियम का अकूत भंडार पाया गया है. यह भी दावा किया गया था कि यह देश की कुल मांग का 80 फीसदी हिस्सा पूरा कर सकता है. 


जम्मू-कश्मीर में भी लिथियम का भंडार 


कुछ दिनों पहले ही जम्मू-कश्मीर में लिथियम का बड़ा भंडार मिला था. अब सरकार इस साल दिसंबर की शुरुआत में इसकी नीलामी का प्लान बना रही है. केंद्र सरकार ने फरवरी में बताया था कि 59 लाख टन लिथियम का भंडार मिला है. लिथियम एक ऐसी धातु है, जिसका उपयोग बैटरी बनाने, ईवी बैटरी, मोबाइल बैटरी, कई इलेक्ट्रिक समानों और अन्य चीजों में उपयोग होता है. 


चीन पर निर्भर भारत 


अभी लिथियम की ज्यादा मांग चीन से पूरी की जाती है. इसके अलावा जापान से भी लिथियम की मांग पूरी की जाती है. लिथियम के लिए भारत पूरी तरह से महंगी विदेशी आपूर्ति पर निर्भर है. हालांकि जम्मू—कश्मीर में लिथियम मिलने से देश को महंगी लिथियम आयात से राहत मिलेगी. 


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