पिछले साल 29 लाख डेबिट कार्ड पर हुआ मैलवेयर्स का हमला
नई दिल्ली: पिछले साल भारत में बड़ी संख्या में डेबिट कार्ड मैलवेयर की खबर से जो हड़कंप मचा था उसका आधिकारिक आंकड़ा तो आपको और भी चौंका देगा. पिछले साल हिताची के स्विच से जुड़े हुए 29 लाख डेबिट कार्ड मैलवेयर हमले की चपेट में आए थे. संसद को शुक्रवार को यह जानकारी दी गई है और ये 29 लाख का आंकड़ा बहुत बड़ा है.
केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री संतोष कुमार गंगवार ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, "कमर्शियल बैंकों द्वारा यह जानकारी दी गई कि हिताची के स्विच से जुड़े एटीएम में इस्तेमाल किए गए 29 लाख कार्ड मैलवेयर हमले का शिकार हुए थे. हालांकि, बैंकों ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को जो जानकारी दी उसके मुताबिक लाखों डेबिट कार्ड्स के दुरुपयोग की कोशिशों में से सिर्फ 3291 मामलों में ही फ्रॉड की कोशिशें सफल हो सकी थी.
आरबीआई ने जानकारी दी है कि हिताची भुगतान सेवाओं (एचपीएस) ने एसआईएसए इंफॉरेमेशन सिक्योरिटी को व्यावसायिक प्रमाणित अन्वेषक फॉरेंसिक जांच के लिए नियुक्त किया है. गंगवार ने बताया कि अंतिम रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि एचपीएस के एटीएम के बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर का उल्लंघन हुआ और पिछले साल 21 मई और 11 जुलाई के बीच इसके चलते कार्ड्स की सिक्योरिटी ब्रीच की घटना हुई. हालांकि इसके बावजूद बिक्री के बुनियादी ढांचे को कोई नुकसान नहीं हुआ. उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय भुगतान निगम (नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया) ने सूचित किया है उनके द्वारा कोई स्वतंत्र जांच नहीं की जा रही है.
आरबीआई ने 2 जून 2016 को बैंकों को साइबर सुरक्षा फ्रेमवर्क पर एक विस्तृत सर्कुलर जारी किया है, जिसमें साइबर सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं से जुड़ी सबसे अच्छी सुरक्षा की प्रक्रिया को शामिल किया गया है.