Indian Currency Notes: भारतीय नोट पर फोटो छापने के लिए RBI और सरकार का क्या है रोल, ऐसे समझें क्या है कानून
Indian करंसी के डिजाइन का फैसला या किसी नए डिजाइन का फैसला रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया लेता है.
Laxmi Ganesh On Indian Bank Notes : आम आदमी पार्टी (AAP) ने अभी हाल में मांग उठाई है कि भारतीय नोट पर लक्ष्मी-गणेश (Laxmi Ganesh) की तस्वीर छापी जानी चाहिए. आप पार्टी का कहना है कि करंसी नोटों पर धन की देवी लक्ष्मी और बुद्धि विनायक गणेश की तस्वीर छापने से देश में समृद्धि आएगी. इस मामले में विपक्ष ने मांग की घोर आलोचना की है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी शामिल है. विपक्ष ने कहा कि आम आदमी पार्टी विधानसभा चुनावों को देखते हुए ‘धार्मिक मांग’ उठा रही है. हम यह समझने की कोशिश करते हैं कि नोटों पर क्या छपे और क्या नहीं, इसका फैसला कौन और कैसे लेता है.
ऐसे समझें रोल
भारतीय करंसी के डिजाइन का फैसला या किसी नए डिजाइन का फैसला रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank Of India) लेता है. रिजर्व बैंक के सेंट्रल बोर्ड के साथ सरकार की भी इसमें नुमाइंदगी होती है. लेकिन अगर सिक्कों पर कोई बदलाव करना हो या डिजाइन बनाना हो, तो इसका पूरा फैसला सरकार के पास होता है.
सिक्के के लिए कानून
आपको बता दें कि सिक्के रिजर्व बैंक का रोल में सीमित है. रिजर्व बैंक सिक्कों का केवल वितरण कर सकता है, बाकी के काम उसके अधिकार क्षेत्र में नहीं आते. यह अधिकार सरकार के पास है कि वह किसी सिक्के को डिजाइन करे या उसकी मिंटिंग (टकसाल में बनाना) कराए गए है. इसके लिए सरकार को कॉइनेज एक्ट, 2011 के अंतर्गत अधिकार मिला है.
क्या है कानून
रुपये को डिजाइन करने का अधिकार रिजर्व बैंक के पास है. इसके लिए रिजर्व बैंक का सेंट्रल बोर्ड बना हुआ है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया एक्ट, 1934 (Reserve Bank of India Act-1934) के अंतर्गत भारत में नोट जारी करने का पूरा अधिकार केवल रिजर्व बैंक को है. इस बारे में सरकार से परामर्श होता है और उसके बाद नोटों का डिजाइन, रूप और मैटेरियल का फैसला रिजर्व बैंक लेता है.
ऐसे बनते है डिजाइन
सबसे पहले आजादी के बाद 1 रुपया का नोट जारी हुआ है. इसका डिजाइन अंग्रेजों के जमाने का ही था, लेकिन आजादी बाद उसमें एक बड़ा बदलाव किया गया है. नोट पर किंग जॉर्ज VI की तस्वीर को हटाकर अशोक स्तंभ का फोटो लगाया गया है. इसके बाद में 1987 में 500 रुपये का नोट जारी हुआ जिस पर पहली बार महात्मा गांधी की तस्वीर छपी. लॉयन कैपिटल और अशोक स्तंभ का वाटरमार्क यूं ही रखा गया है.
इन नोटों पर है गांधी जी का चित्र
आपको बता दें कि साल 1996 के बाद से सभी बैंक नोटों पर अशोक स्तंभ के स्थान पर महात्मा गांधी का चित्र अंकित था. वॉटरमार्क विंडो के बगल में अशोक स्तंभ की छवि को बाईं ओर ले जाया गया है. महात्मा गांधी 2005 सीरीज में 10 रुपये, 20 रुपये, 50 रुपये, 100 रुपये, 500 रुपये और 1,000 रुपये के नोट जारी किए गए है. उनमें 1996 सीरीज के नोटों में कुछ अतिरिक्त विशेषताएं हैं. ये नए नोट भारत की सांस्कृतिक विरासत और वैज्ञानिक उपलब्धियों को उजागर करते हैं.