Layoffs 2023: दुनियाभर में छंटनी का दौर जारी,जनवरी में अब तक 68 हजार लोगों ने गंवाई जॉब, रिपोर्ट में हुआ खुलासा
Layoffs 2023: Layoffs.fyi द्वारा साझा किए आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2023 में अब तक 68,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है.. जानिए रिपोर्ट्स में क्या है खास..
Global Layoffs 2023 : दुनियाभर में आर्थिक मंदी (Financial Crisis) का दौर साफ तौर से देखा जा रहा है. कई बड़ी टेक कंपनियों (Tech Company Layoffs) ने अपने यहां पिछले साल नवंबर महीने से ही कर्मचारियों की छंटनी करना शुरू कर दिया था. कंपनिया अभी से अपने खर्चे कम करने में जुट गई है. ये दौर नए साल 2023 में भी जारी रहने के आसार दिखाई दे रहे है. साल 2023 के जनवरी महीने में अब तक दुनियाभर से लगभग 68 हज़ार कर्मचारियों को नौकरी से बाहर निकाल जा चुका है. इस बात का खुलासा एक रिपोर्ट में हुआ है. जानिए इस रिपोर्ट में क्या कुछ जानकारी सामने आ रही है..
219 टेक फर्मों ने 68 हजार कर्मचारी को निकाला
2023 में माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) और गूगल (Google) जैसे कुछ बड़े नाम भी इस सूची में शामिल है. वैश्विक स्तर पर जनवरी में माह में औसतन हर दिन 3,400 से अधिक तकनीकी कर्मचारियों की नौकरी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है. कर्मचारियों को नौकरी से निकालने पर नजर रखने वाली साइट Layoffs.fyi ने अपने आंकड़े साझा किए है. इन आंकड़ों के अनुसार, अब तक जनवरी में 219 कंपनियों ने 68,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी की है. साल 2022 में, 1,000 से अधिक कंपनियों ने 154,336 कर्मचारियों की छंटनी की है.
वैश्विक आर्थिक मंदी का असर
वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंकाओं के बीच बर्खास्तगी की घटनाओं में तेजी आई है. साल 2022 में बड़े पैमाने पर टेक कंपनियों से छंटनी शुरू हुई, जो नए साल में देखने को मिली है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कर्मचारियों को निकालने का दौर इस साल जारी रहने की उम्मीद है. 2023 में अधिकांश व्यावसायिक अर्थशास्त्रियों ने भविष्यवाणी की है कि उनकी कंपनियां आने वाले समय में पेरोल में कटौती कर सकती है.
नौकरियों में आएगी गिरावट
रिपोर्ट्स के अनुसार, नेशनल एसोसिएशन फॉर बिजनेस इकोनॉमिक्स (NABE) के अध्यक्ष जूलिया कोरोनाडो का कहना है कि, साल 2023 मंदी में प्रवेश करने जा रही है. यह एक व्यापक चिंता का बिषय हैं. Microsoft और Google जैसी और बड़ी टेक कंपनियों के चल रहे छंटनी के मौसम में शामिल होने के साथ, लगभग 3,000 तकनीकी कर्मचारियों को भारत सहित वैश्विक स्तर पर जनवरी में औसतन हर दिन छंटनी की है. जो कि बेहद गंभीर है.
ये भी पढ़ें-