LIC की संपत्ति पाकिस्तान, श्रीलंका और नेपाल की GDP से भी ज्यादा, इस आंकड़े को किया पार
LIC AUM: देश की सबसे पुरानी बीमा कंपनी का AUM अब भारत के तीन पड़ोसी देश जैसे पाकिस्तान, श्रीलंका और नेपाल की जीडीपी से ज्यादा हो चुका है.
LIC AUM: भारत के पड़ोसी देशों पाकिस्तान, नेपाल और श्रीलंका की जीडीपी को मिला दिया जाए तो भी यह हमारे देश की एक सरकारी कंपनी की कुल संपत्ति के बराबर नहीं हैं. जी हां, देश की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) भारत के तीन पड़ोसी देशों से भी ज्यादा हो गया है. कंपनी का AUM साल-दर-साल 16.48 फीसदी बढ़कर 616 बिलियन डॉलर यानी 51,21,887 करोड़ रुपये हो गया है. पिछले वित्त वर्ष में यह 43,97,205 करोड़ रुपये के आसपास था. मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से यह देश की 7वीं सबसे बड़ी कंपनी है. कंपनी का मौजूदा मार्केट कैपिटलाइजेशन 6.46 लाख करोड़ रुपये के पार हो गया है.
तीन देशों की GDP से ज्यादा हुई एलआईसी की संपत्ति
ध्यान देने वाली बात ये है कि भारत के तीन पड़ोसी देश जैसे पाकिस्तान, नेपाल और श्रीलंका की कुल जीडीपी से भी अधिक एलआईसी की संपत्ति हो चुकी है. पाकिस्तान की जीडीपी फिलहाल 338 बिलियन डॉलर के आसपास है. नेपाल की जीडीपी 44.18 बिलियन डॉलर और श्रीलंका की जीडीपी 74.85 बिलियन डॉलर के आसपास है. ऐसे में इन तीनों देशों के जीडीपी को जोड़कर भी यह एलआईसी की कुल संपत्ति के आसपास नहीं है.
एलआईसी के मुनाफे में हुआ इजाफा
एलआईसी ने हाल ही में जनवरी से मार्च के तिमाही के बीच के नतीजे जारी किए हैं. मार्च में खत्म हुई तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 2.50 फीसदी बढ़कर 13,762 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. पिछले साल समान तिमाही में कंपनी ने 13,421 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था. कंपनी के एनपीए में भी गिरावट दर्ज की गई है. यह पिछले साल के 2.56 फीसदी के मुकाबले 2.01 फीसदी पर पहुंच गया है.
कंपनी ने किया है डिविडेंड का ऐलान
एलआईसी ने अपने तिमाही नतीजों के बारे में जानकारी साझा करते हुए शेयरधारकों को डिविडेंड का भी तोहफा दिया है. कंपनी ने शेयरहोल्डर्स को 4 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से डिविडेंड का तोहफा दिया है. कंपनी में सबसे बड़ी हिस्सेदार सरकार है. सरकार के पास एलआईसी की 96.50 फीसदी हिस्सेदारी है. ऐसे में सरकार को कंपनी की तरफ से 3,662 करोड़ रुपये बतौर डिविडेंड मिलेंगे.
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