LIC IPO: सरकारी क्षेत्र की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी 12 मई 2022 से पहले अपना आईपीओ लॉन्च कर सकती है. पहले सरकार मार्च महीने में आईपीओ बाजार में लाने की तैयारी में थी लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते शेयर बाजार में जारी उठापटक के बाद सरकार ने आईपीओ लॉन्चिंग को टाल दिया था. लेकिन अब बाजार में तेजी है और नई ऊंचाईयों को छूने की ओर से बढ़ रहा तो सरकार ने फिर से एलआईसी आईपीओ को लाने की तैयारियों में जुट गई है. 


माना जा रहा है स्ट्रैटजिक विनिवेश को लेकर गठित मंत्रियों का समूह की जल्द बैठक हो सकती है जिसमें एलआईसी आईपीओ के लिए शेयर की कीमत तय करने को लेकर फैसला लिया जा सकता है. इसी बैठक में शेयर बाजार के हालात को देखते हुए एलआईसी के आईपीओ के टाइमिंग पर भी फैसला लिया जा सकता है. 


इससे पहले आरबीआई ने कहा था कि  एलआईसी आईपीओ को सही समय पर लॉन्च किया जाना बेहद जरुरी है. साथ ही रिटेल निवेशकों के रेस्पांस पर एलआईसी आईपीओ की सफलता टिकी है. आरबीआई ने अपने मार्च बुलेटिन में कहा है कि एलआईसी आईपीओ की सही टाइमिंग बेहद जरुरी है. आईपीओ का 35 फीसदी हिस्सा रिटेल निवेशकों के रिजर्व रखा गया है, उनका रेस्पांस एलआईसी आईपीओ की सफलता के लिए बहुत मायने रखता है. 


इससे पहले जब मार्च में रूस यूक्रेन के बीच युद्ध जोरों पर था तो  एलआईसी आईपीओ के लिए हायर किए गए इंवेस्टमेंट बैंकरों ने भी सरकार से एलआईसी के आईपीओ लाने में जल्दबाजी नहीं करने की सलाह दी थी. 


सरकार सेबी के पास एलआईसी आईपीओ को लेकर फाइनल पेपर दाखिल करने की तैयारी में है. एलआईसी आईपीओ के जरिए 8 अरब डॉलर यानि 65,400 करोड़ रुपये जुटा सकती है. माना जा रहा है कि एलआईसी एम्पलॉयज के लिए 1.58 करोड़ शेयर आरक्षित होंगे जो 10 फीसदी डिस्काउंट के साथ उन्हें ऑफर किया जाएगा तो पॉलिसीधारकों को भी 3.16 करोड़ शेयर 10 फीसदी डिस्काउंट के भाव पर दिया जाएगा. 


ये भी पढ़ें 


CNG Price Hike Impact: 6 महीने में 41 फीसदी महंगी हुई गैस, कैसे सीएनजी कार खरीदने वालों की कटी जेब!


Diesel Price Hike: टैक्स में कमी के अलावा हर रोज पेट्रोल डीजल के दामों की समीक्षा हो बंद, ट्रांसपोर्ट सेक्टर की सरकार से मांग