LIC IPO: इंश्योरेंस सेक्टर के रेग्युलेटर इंश्योरेंस रेग्युलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IRDAI) ने एलआईसी इंडिया को आईपीओ लाने की मंजूरी दे दी है. अब माना जा रहा कि एलआईसी शेयर बाजार के रेग्युलेटर सेबी के पास ड्रॉफ्ट पेपर (DRHP) दाखिल करने वाली है. 


आपको बता दें एलआईसी भारत के शेयर बाजार इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ लेकर आ रही है. आईपीओ के जरिए एलआईसी बाजार से 70,000 करोड़ रुपये जुटा सकती है. स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग के बाद एलआईसी का मार्केट कैपिटलाईजेशन 13 से 15 लाख करोड़ रुपये की होने की उम्मीद है. 


IPO में आवेदन पर डिस्काउंट 
एलआईसी अपने आईपीओ में आवेदन करने वाले अपने पॉलिसीधारकों को डिस्काउंट दे सकती है. एलआईसी के पॉलिसीधारकों को एलआईसी आईपीओ में 5 फीसदी डिस्काउंट मिल सकता है. दरअसल भारतीय शेयर बाजार के इतिहास के सबसे बड़े एलआईसी आईपीओ में बीमाधारकों के लिए रिजर्व कोटा भी रखा जाएगा. एलआईसी आईपीओ ना केवल पॉलिसीधारकों को बल्कि रिटेल निवेशकों और एलआईसी के कर्मचारियों को भी डिस्काउंट मिलेगा. ये डिस्काउंट शेयर के अपर बैंड यानि शेयर की जो कीमत की जाएगी उसपर तय किया जाएगा. माना जा रहा है कि 10 फरवरी 2022 को एलआईसी सेबी के पास ड्रॉफ्ट पेपर ( DRHP) दाखिल कर सकती है. 


आईपीओ की तैयारी जोर शोर से
एलआईसी के आईपीओ लाने की तैयारी जहां चल रही है. वहीं एलआईसी ( LIC) देश के आईपीओ इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ लाने से पहले पॉलिसीधारकों को अपने पॉलिसी के साथ पैन नंबर लिंक करने की सलाह दे रही है जिससे एलआईसी के आईपीओ में पॉलिसीधारकों के लिए रिजर्व कैटगरी में आवेदन करने के पात्र हो पायेंगे. इतना ही नहीं एलआईसी ने पॉलिसीधारकों को कहा है कि यदि उऩके पास डिमैट अकाउंट नहीं है तो आईपीओ में आवेदन करने के खुलवा लें. एलआईसी के आईपीओ में आवेदन करने के लिए वैलिड डीमैट खाता होना ही चाहिए. विज्ञापनों के जरिए और ईमेल भेज कर एलआईसी अपने पॉलिसीधारकों को सूचित कर रही है. ऐसे में नए डिमैट अकाउंट खुलवाने वालों की होड़ देखी जा रही है. 


एलआईसी के 25 करोड़ पॉलिसीधारक
एलआईसी के कुल 25 करोड़ पॉलिसीधारक हैं जबकि देश में डिमैट अकाउंट की संख्या 7.5 करोड़ के करीब है. ऐसे में जो पॉलिसीधारक एलआईसी का शेयर खरीदना चाहते हैं उनके लिए डिमैट अकाउंट खुलवाना जरुरी है. इसे देखते हुए डिमैट अकाउंट खुलवाने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. कोरोना काल में शेयर बाजार में निवेश करने वाले निवेशकों की तादाद भी जबरदस्त बढ़ी है. रिकॉ़र्ड संख्या में नए डिमैट ट्रेडिंग अकाउंट भी खुले हैं. 2019-20 में डिमैट ट्रेडिंग अकाउंट की संख्या केवल 4.09 करोड़ थी जो 2020-21 में बढ़कर 5.51 करोड़ और जो 31 अक्टूबर तक 7.38 करोड़ तक पहुंची है.


ये भी पढ़ें


GST On Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी से होने वाले कमाई पर 30 फीसदी टैक्स लगाने के बाद सरकार जीएसटी भी वसूलने की तैयारी में


GST Update: जीएसटी में बड़े बदलाव की तैयारी में सरकार, हेल्थ इंश्योरेंस पर घट सकता है जीएसटी रेट्स