LIC IPO Update: मौजूदा वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही में ही आएगा LIC का आईपीओ, सरकार ने देरी के दावे को किया खारिज
LIC IPO Update: LIC का आईपीओ इस वित्त वर्ष 2021-22 के जनवरी से मार्च के बीच आखिरी तिमाही में ही आएगा.
LIC IPO Update: सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) का आईपीओ इस वित्त वर्ष 2021-22 के जनवरी से मार्च के बीच आखिरी तिमाही में ही आएगा. सरकार ने उन मीडिया खबरों का खंडन किया है जिसमें कहा गया है कि मूल्यांकन में उम्मीद से ज्यादा वक्त लगने से इसका आईपीओ (IPO) मौजूदा वित्त वर्ष में आने की संभावना कम दिख रही है. Department of Investment and Public Asset Management ( DIPAM) के सचिव तूहिन कांत पांडे ने ट्वीट कर इन खंडरों का खंडन किया है.
DIPAM सचिव ने ट्वीट कर दी सफाई
तूहिन कांत पांडे ने ट्वीट करते हुये लिखा है कि कुछ मीडिया एलआईसी के आईपीओ के आने को लेकर संदेह पैदा कर रहे हैं जो कि पूरी तरह गलत है. मैं दोहराना चाहता हूं कि एलआईसी आईपीओ की तैयारियां चल रही हैं और ये इस वित्त वर्ष 2021-22 के आखिरी तिमाही (जनवरी मार्च) में ही आएगा.
जनवरी-मार्च तिमाही में आएगा आईपीओ
सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियों में सरकार की हिस्सेदारी की देखभाल करने वाले विभाग दीपम ने एलआईसी के मूल्यांकन का कार्य मिलिमैन एडवाइजर्स को सौंपा है. दरअसल आईपीओ हैंडल कर रहे मर्चेंट बैंकर के एक अधिकारी ने दावा किया था कि आईपीओ लाने के पहले बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से मंजूरी लेनी होगी साथ ही बीमा क्षेत्र के रेग्युलेटर आईआरडीएआई से भी अनुमति लेनी होगी.
पहले ही अधिनियम में संशोधन हो चुका
एलआईसी की लिस्टिंग के लिये सरकार पहले ही एलआईसी अधिनियम में संशोधन कर चुकी है. नए प्रावधानों के तहत एलआईसी में सरकार के पास सूचीबद्धता के पहले पांच वर्षों में न्यूनतम 75 फीसदी हिस्सेदारी बनी रहेगी, लेकिन उसके बाद यह सीमा घटकर 51 फीसदी हो जाएगी.