LIC IPO: देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी अपना आईपीओ लेकर आ रही है उससे पहले एलआईसी ने शानदार वित्तीय नतीजे घोषित किए हैं. 2021-22 के पहले छमाही में एलआईसी का नेट प्रॉफिट 1437 करोड़ रुपये रहा जबकि इसके पहले वाले वर्ष 2020-21 में केवल 6 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. 


अप्रैल से सितंबर 2021 छमाही में एलआईसी के शानदार नतीजे के पीछे निवेश से आए जबरदस्त रिटर्न को जाना है जबकि इस दौरान कंपनी ने प्रीमियम ग्रोथ में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं देखी गई. तो वहीं इस अवधि में कंपनी की बेनेफिट्स और बोनस के तौर पर देनदारी भी ज्यादा रही है.  एलआईसी ने जो निवेश किया हुआ था उसे बेचने, ब्याज, डिविडेंड और रेंट से होने वाले आय में बढ़ोतरी के चलते कंपनी के मुनाफे में बढ़ोतरी आई है. इस छमाही में एलआईसी को निवेश से होने वाला आय 1.33 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 1.49 लाख करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है. इस दौरान कंपनी का प्रीमियम 1.84 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 1.86 लाख करोड़ रुपये रहा है. 


बेनेफिट्स और बोनस देनदारी एलआईसी की बढ़कर 2.86 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 3.08 लाख करोड़ रुपये पर जा पहुंची है. इसके बावजूद कंपनी का मुनाफा बढ़ा है. पॉलिसी होल्डर्स द्वारा किए जाने वाला निवेश 5.9 लाख करोड़ रुपये की बढ़त के साथ इस छमाही में 37.72 लाख करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है. 


एलआईसी के शानदार नतीजे इसलिए बेहद मायने रखते हैं क्योंकि कंपनी कभी भी सेबी के पास आईपीओ लाने के लिए   DRHP सेबी के पास दाखिल कर सकती है. सरकार ने इस वित्तीय के खत्म होने से पहले 15 मार्च के करीब आईपीओ लाने का लक्ष्य रखा है. आपको बता दें एलआईसी देश के आईपीओ इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ लेकर आ रही है. एलआईसी के आईपीओ का साइज एक लाख करोड़ रुपये का हो सकता है. 


ये भी पढ़ें


Adani Wilmar IPO: शेयर बाजार के सेंटीमेंट बिगड़ने का असर अडानी विल्मर के आईपीओ पर, 50 फीसदी घट गया GMP


Vedant Fashions IPO: मान्यवर ब्रांड की मालिकाना हक वाली कंपनी वेंदात फैशंस लेकर आ रही अपना आईपीओ