LIC Q3 Results: सरकारी क्षेत्र की बीमा कंपनी एलआईसी के वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही में शानदार नतीजे घोषित किए हैं. अक्टूबर से दिसंबर तिमाही में एलआईसी का मुनाफा 8334.2 करोड़ रुपये रहा है जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में रहे 235 करोड़ रुपये से 34 गुना ज्यादा है.
तीसरी तिमाही में एलआईसी को प्रीमियम से 1,11,787.6 करोड़ रुपये का प्रीमियम हासिल हुआ है जो बीते साल के समान तिमाही में 97,620 करोड़ रुपये रहा था. निवेश से हासिल इनकम बढ़कर 84,889 करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है जो एक साल पहला 76,574.24 करोड़ रुपये रहा था.
इन नतीजों पर एलआईसी के चेयरमैन एम आर कुमार ने कहा कि हमारा फोकस अपने स्टेकहोल्डर्स के लिए ऐसे पोर्टफोलियो बनाने पर है उन्हें अच्छा वैल्यू दे सके. उन्होंने कहा कि बाजार शानदार ग्रोथ के संकेत दे रहा है और अपनी बाजार हिस्सेदारी को बनाए रखने और आगे बढ़ने के लिए हम आश्वस्त हैं.
गुरुवार को एलआईसी का शेयर 0.48 फीसदी की तेजी के साथ 613 रुपये पर बंद हुआ है. लेकिन एलआईसी का शेयर अभी भी आईपीओ प्राइस 949 रुपये से 35 फीसदी नीचे ट्रेड कर रहा है.
वहीं एलआईसी इन दिनों में विवादों में भी घिरा है. अडानी समूह के शेयरों में निवेश को लेकर अडानी समूह की आलोचना हो रही है. 30 जनवरी 2023 को एलआईसी ने बयान जारी कर अडानी समूह की कंपनियों में निवेश को लेकर सफाई दी थी. एलआईसी ( LIC) ने कहा था कि पिछले कई वर्षों मे उसने अडानी ग्रुप की कंपनी के कुल 30,129 करोड़ रुपये के शेयर्स खरीदे हैं जिसका मार्केट वैल्यू 27 जनवरी 2023 के क्लोजिंग प्राइस के बेसिस पर 56,142 करोड़ रुपये है.
एलआईसी के मुताबिक शेयर्स और डेट को मिलाकर 31 दिसंबर 2022 तक अडानी समूह की कंपनियों में उसका निवेश का कुल वैल्यू 35917.31 करोड़ रुपये है. और इस तारीख तक एलआईसी का अडानी समूह में कुल निवेश 36,474.78 करोड़ रुपये है. एलआईसी ने कहा कि अडानी ग्रुप में उसके कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट ( Asset Under Management) के बुक वैल्यू का केवल 0.975 फीसदी है. एलआईसी का कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट 41.66 लाख करोड़ रुपये है.
ये भी पढ़ें