LIC Share Price: देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी का शेयर, स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग के बाद से अपने निचले स्तर पर आ चुका है. सोमवार 27 फरवरी 2023 को शेयर 3 फीसदी के करीब गिरकर 566 रुपये तक जा फिसला. बाजार बंद होने पर शेयर 2.88 फीसदी या 16.85 रुपये की गिरावट के साथ 567.75 रुपये पर बंद हुआ है. ये एलआईसी का सबसे निचला क्लोजिंग प्राइस लेवल है. 


निवेशकों को 40 फीसदी का नुकसान 


जब से अडानी समूह के शेयरों में एलआईसी के एक्सपोजर का मामला सामने आया है तब से एलआईसी के शेयर में कमजोरी देखी जा रही है. एलआईसी का शेयर अब अपने आईपीओ प्राइस से 40 फीसदी नीचे लुढ़क चुका है. जिस निवेशकों ने एलआईसी के आईपीओ में निवेश किया था उन्हें अब भारी नुकसान हो रहा है. एलआईसी ने 949 रुपये प्रति शेयर के भाव पर आईपीओ में पैसे जुटाये थे.


क्यों गिर रहा एलआईसी का शेयर   


हिंडनबर्ग की रिपोर्ट 24 जनवरी 2023 को जारी हुई थी उस दिन एलआईसी का शेयर 702 रुपये पर ट्रेड कर रहा था. लेकिन उस लेवल से शेयर अब 19.30 फीसदी के करीब लुढ़क चुका है. रिपोर्ट के कारण अडानी समूह के स्टॉक्स वैसे ही गिरते जा रहे हैं. और अडानी समूह के शेयरों में एलआईसी के निवेश का वैल्यू 82000 करोड़ रुपये हुआ करता था. एलआईसी के निवेश के वैल्यू में 50,000 करोड़ रुपये के करीब गिरावट आ चुकी है.  एलआईसी ने अडानी समूह की अलग अलग कंपनियों के 30,127 करोड़ रुपये के स्टॉक खरीदे हुए थे. यानि एलआईसी को अडानी समूह के स्टॉक में निवेश पर जो मुनाफा हो रहा था वो लगभग होने के कगार पर है. 


अडानी समूह की कंपनियों में एलआईसी का स्टेक 


बीएसई के डाटा के मुताबिक एलआईसी के पास अडानी इंटरप्राइजेज की 4.23 फीसदी, अडानी ट्रांसमिशन में 3.65 फीसदी, अडानी टोटल गैस में 5.96 फईसदी और अडानी ग्रीन एनर्जी में 1.28 फीसदी हिस्सेदारी है.  अडानी समूह की सीमेंट कंपनियों में भी एलआईसी का एक्सपोजर है. अंबिजा सीमेंट में 6.33 फीसदी और एसीसी में 6.41 फीसदी हिस्सेदारी एसआईसी के पास है. अडानी पोर्ट्स में एलआईसी की 9.14 फीसदी हिस्सेदारी है. या डाटा 31 दिसंबर 202 तक का है. 


 


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