LIC Share Price: LIC का शेयर रिकॉर्ड निचले लेवल पर फिसला, निवेशकों को 2 लाख करोड़ रुपये का नुकसान
LIC IPO Update: लआईसी वहीं कंपनी जिसने कई मौकों पर बाजार को सहारा देने का काम किया है. लेकिन आज खुद उसे कोई सहारा देने वाला नहीं है.
LIC Share Price: साल 2022 में शेयर बाजार ( Stock Exchange) की सबसे चर्चित और सबसे बड़ी आईपीओ लाने वाली देश की बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी के शेयर के भाव ( LIC Share Price) में गिरावट थमने का नाम नहीं ले रहा. मंगलवार 27 सितंबर, 2022 के कारोबारी सत्र में लिस्टिंग के बाद से शेयर का भाव गिरकर अपने निचले स्तर पर आ गया. एलआईसी के शेयर ( LIC Share) ने 628.20 रुपये पर लेवल तक जा गिरा है. जबकि कंपनी ने 949 रुपये प्रति शेयर के भाव पर आईपीओ ( IPO) लेकर आई थी.
इश्यू प्राइस से 34 फीसदी नीचे
विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते शेयर बाजार में गिरावट है. और इसके असर से एलआईसी का शेयर भी अछूता नहीं है. जब से एलआईसी के शेयर की स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग हुई कभी भी शेयर अपने आईपीओ प्राइस को ऊपर ट्रेड नहीं कर सका है. एलआईसी ने 949 रुपये प्रति शेयर के रेट पर आईपीओ लेकर आई थी. अब एलआईसी का शेयर अपने इश्यू प्राइस से 34 फीसदी नीचे 628 रुपये के करीब ट्रेड कर रहा है. एलआईसी के आईपीओ में निवेश करने वाले निवेशकों को 321 रुपये प्रति शेयर का नुकसान हो रहा है.
2 लाख करोड़ घटा मार्केट कैप
एलआईसी का मार्केट कैपिटलाईजेशन घटकर भी घटकर 3.98 लाख करोड़ रुपये पर आ चुका है. जबकि जिस इश्यू प्राइस पर एलआईसी आईपीओ लेकर आई थी तब उसका मार्केट कैप 6 लाख करोड़ रुपये था. यानि एलआईसी के मार्केट कैप ( Market Capitalization) में 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की सेंध लग चुकी है.
बाजार को थामने वाले को सहारा नहीं
आपको बता दें एलआईसी वहीं कंपनी जिसने कई मौकों पर बाजार को सहारा देने का काम किया है. जब भी बाजार में बड़ी गिरावट आती थी तब एलआईसी खरीदारी कर बाजार को थामने की कोशिश करता है. यही वजह है कि शेयर बाजार में लिस्टेड सभी ब्लूचिप कंपनी में एलआईसी की हिस्सेदारी है. लेकिन एलआईसी खुद जबसे शेयर बाजार पर लिस्ट हुआ उसके शेयर में गिरावट को कोई सहारा देने वाला नहीं है. सरकार ने एलआईसी के शेयर की महंगी प्राइसिंग के जरिए हिस्सेदारी बेचकर आईपीओ के जरिए 20,557 करोड़ रुपये जुटा लिए लेकिन निवेशकों को उनके हाल पर छोड़ दिया और अब निवेशकों की गाढ़ी कमाई में लगातार सेंध लगती जा रही है.
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