LIC On Adani Group: अडानी समूह के स्टॉक्स में निवेश को लेकर विवादों में चल रही देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी की टॉप मैनेजमेंट जल्द ही अडानी समूह के टॉप मैनेजमेंट को बुलाकर हिंडनबर्ग के आरोपों और उसके बाद पैदा हुए हालात को लेकर बातचीत करेगी. एलआईसी के चेयरमैन एम आर कुमार ने ये जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि एलआईसी की निवेश डिपार्टमेंट पहले ही अडानी समूह से संपर्क कर चुकी है. 


एलआईसी के चेयरमैन ने कहा कि हम अडानी समूह के टॉप मैनेजमेंट को बुलाकर बात करेंगे और हालात का जाएजा लेंगे. साथ ही भविष्य में उनकी योजनाओं के बारे में जानने का प्रयास करेंगे. एलआईसी ने कहा कि 31 दिसंबर 2022 तक उसका एसेट एंडर मैनेजमेंट 44.34 लाख करोड़ रुपये है और अडानी समूह में उसका एक्सपोजर कुल एयूएम का 0.97 फीसदी है.  


इससे पहले मंगलवार 9 फरवरी को अडानी समूह (Adani Groups) के शेयरों में निवेश की चिंताओं के बीच केंद्र सरकार ने संसद ( Parliament) में सफाई पेश की थी. सरकार ने संसद को बताया कि बीमा कंपनी एलआईसी ने सरकार को बताया है कि निवेश करते समय सभी नियमों का सख्ती से पालन करती है. वित्त राज्यमंत्री भागवत कराड ने कहा कि एलआईसी ने सूचित किया है कि उसके सभी निवेश बीमा अधिनियम, 1938 और आईआरडीएआई निवेश विनियम, 2016 के सांविधिक ढांचे का सख्त अनुपालन करते हुए किए जाते हैं तथा वे कंपनी संचालन व्यवस्था से दिशा निर्देशित होते हैं.  उन्होंने कहा कि एलआईसी ने यह भी स्पष्ट किया है कि उसके निवेश के संबंध में ज्यादातर जानकारी पहले से ही सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है. 


एलआईसी ने बयान जारी कर अडानी समूह (Adani Group) की कंपनियों में निवेश को लेकर सफाई दिया था.  एलआईसी ( LIC) ने कहा है कि पिछले कई वर्षों मे उसने अडानी ग्रुप की कंपनी के कुल 30,129 करोड़ रुपये के शेयर्स खरीदे हैं जिसका मार्केट वैल्यू 27 जनवरी 2023 के क्लोजिंग प्राइस के बेसिस पर 56,142 करोड़ रुपये है. 


गुरुवार को एलआईसी के वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही में नतीजे घोषित किए हैं. अक्टूबर से दिसंबर तिमाही में एलआईसी का मुनाफा 8334.2 करोड़ रुपये रहा है जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में रहे 235 करोड़ रुपये से 34 गुना ज्यादा है.  


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