Aadhaar Ration Card Link : देशभर में अब आधार कार्ड (Aadhaar Card) को सभी तरह के सरकारी और प्राइवेट जगह प्रयोग में लाया जा रहा है. आपको बता दे कि केंद्र की मोदी सरकार की फ्री राशन योजना में चौकाने वाला खुलासा हुआ है. सरकारी सेवाओं का बड़ी संख्या में ऐसे लोग भी फायदा उठा रहे हैं जो उसके लिए पात्र नहीं है.
असम का है मामला
असम सरकार में यह बात राशन कार्डधारकों की द्वारा की जा रही जांच में सामने आया है. असम सरकार ने राशन कार्ड को आधार से जोड़ना अनिवार्य कर दिया है. सरकार के इस फैसले के बाद 50 लाख राशन कार्डधारक राशन लेने ही नहीं आए और न ही इन लोगों ने अपने राशन कार्ड को आधार से लिंक कराया है.
सीएम ने क्या कहा
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने कहा कि राज्य में आधार कार्ड को राशन कार्ड से जोड़ने के दौरान सरकार को 50 लाख लाभार्थियों का अंतर मिला है. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की संभवत: मृत्यु हो गई होगी जबकि कुछ लोग विवाह और अन्य कारणों से दूसरी जगह चले गए होंगे. बहुत से राशन कार्ड फर्जी भी पाए गए हैं. उन्होंने कहा कि इन अपात्र लाभार्थियों का नाम हटाने से राज्य सरकार को काफी बचत होगी. इसका प्रयोग सही लोगों को सूची में जोड़ने के लिए करेगी. राष्ट्र खाद्य सुरक्षा कानून (NFSA) के दायरे में 50 लाख लोगों को शामिल किया जाएगा.
फर्जी लाभार्थियों पर सख्ती
असम के खाद्य और नागरिक आपूर्ति निदेशालय ने सरकारी योजनाओं का गलत तरीके से लाभ उठा रहे लोगों की पहचान की जा रही है. राशन कार्डों के साथ आधार को जोड़ने से हमें अपात्र लाभार्थियों का पता लगाने में काफी मदद मिली है. मई से अगस्त अंत तक राशन कार्ड डेटाबेस से 40 लाख लाभार्थियों के नाम हटा दिए हैं. हटाए गए नाम मृत व्यक्तियों, अपात्र व्यक्तियों, डुप्लीकेट और फर्जी लाभार्थियों के हैं.
62,000 लोग अपात्र
सीएम का कहना है कि अरुणोदय योजना के तहत करीब 62,000 लोग अपात्र पाए गए हैं, जबकि 2,000 लोगों ने स्वेच्छा से इस योजना का लाभ लेने से मना किया गया है. राज्य सरकार इस योजना के तहत करीब 20 लाख लाभार्थी परिवारों को मासिक 1,250 रुपये की राशि देती है.
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