Housing Scheme: इक घर हो प्यारा, सबसे न्यारा...यह किसकी ख्वाहिश नहीं होती है. इसके लिए होम लोन लेने के लिए पापड़ बेलने होते हैं. कागजी कार्रवाई में काफी सिर खपानी होती है. संपत्ति के कागजात बैंक या लोन देने वाली एजेंसियों के पास गिरवी रखने होते हैं. पर अगर आप केवल बड़े बंगले या लग्जरी फ्लैट का मंसूबा नहीं पाले हुए हैं तो आपके लिए सिर पर छत हासिल करना आगे आसान होगा. इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक,  भारत सरकार इसके लिए नई स्कीम लाने जा रही है. निम्न-मध्य आय वर्ग के लोगों को इसका काफी फायदा होगा.


नई हाऊसिंग लोन स्कीम में क्या है खास 


इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक, नई स्कीम के तहत भारत सरकार 20 लाख रुपये तक के हाऊसिंग लोन के एक हिस्से के लिए गारंटी लेगी. इसके लिए किसी तरह का कोलेटरल नहीं देना होगा. यानी संपत्ति के किसी तरह के कागजात बैंकों या होम लोन देने वाली एजेंसियों के पास गिरवी नहीं रखने होंगे. केवल डिजिटल ट्रांजेक्शन के माध्यम से ही होम लोन का एप्रूवल हो जाएगा. यह बड़ी आबादी के घर की ऑनरशिप पाने के सपनों को पूरा करना आसान बना देगा. जीरो कोलेटरल हाऊसिंग लोन केंद्रित इस स्कीम के लिए कागजी कार्रवाई भी काफी कम करनी पड़ेगी. यहां तक कि थर्ड पार्टी गारंटी की भी काफी कम जरूरत होगी.  


30 साल के लिए मिलेगा नया होम लोन


लोगों को होम लोन आसान करने के लिए भारत सरकार उद्यमियों को जल्दबाजी में लोन देने वाले क्रेडिट गारंटी फंड की तरह का उपाय करने जा रही है. नए हाऊसिंग लोन स्कीम का नाम संभवतः क्रेडिट रिस्क गारंटी फंड फॉर लो इनकम हाऊसिंग हो सकता है. इसके विभिन्न उपायों पर विचार किया जा रहा है. यह आगामी बजट में आ सकता है. इसके तहत 30 साल का हाऊसिंग लोन देने पर विचार किया जा रहा है. जानकारों के मुताबिक, इसमें प्रधानमंत्री आवास योजना से भी आसान शर्तों पर लोन दी जाएगी. जो सबके लिए घर के भारत सरकार के लक्ष्य को पूरा करने में सहायक सिद्ध होगा.


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