search
×
ABP premium story Premium

लोन लेकर दूसरा घर खरीदने का फैसला सही है या गलत? समझिए पूरी बात

कुछ साल पहले कोरोना महामारी के दौरान दूसरा घर खरीदने का चलन काफी बढ़ गया था. अब हालात बदल चुके हैं. इन दिनों दूसरा घर खरीदने के लिए लोन लेने की मांग पिछले सात सालों में सबसे कम है.

Share:

आजकल शहरों का तेजी से विकास हो रहा है और लोगों की आमदनी भी बढ़ रही है. ऐसे दौर में बहुत से लोग अपने लिए दूसरा घर खरीदने का लक्ष्य बनाते हैं. एक स्टडी के अनुसार 2031 तक भारत की शहरी आबादी 600 मिलियन होने का अनुमान है.

घर हर किसी व्यक्ति की एक जरूरत है. हर व्यक्ति चाहता है कि उसका अपना एक घर हो. लेकिन सवाल ये है कि अगर किसी के पास पहले से ही खुद का घर या फ्लैट है तो क्या वाकई में एक और नया घर लोन पर खरीदना समझदारी का फैसला है?

इस फैसले का सबसे बड़ा असर आपकी जेब पर पड़ता है, इसलिए सबसे पहले ये देखना जरूरी है कि घर खरीदने से आपकी आर्थिक स्थिति और आपके बाकी सपने पूरे हो पाएंगे या नहीं. इसके अलावा ये फैसला लेने से पहले आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, ये समझना भी जरूरी है. कहीं ऐसा न हो कि आप भविष्य में कर्ज के बोझ तले दब जाएं.

पहले जानिए दूसरा घर खरीदने की वजह क्या है?
दूसरा घर खरीदने के पीछे आपकी क्या मंशा है? क्या आप छुट्टियां बिताने के लिए कोई जगह ढूंढ रहे हैं, कोई ऐसी संपत्ति जिसमें पैसा लगाया जा सके, रिटायर होने के बाद रहने के लिए जगह या कोई और वजह? आपका ये फैसला इस बात को काफी हद तक प्रभावित करेगा कि आप कहां से घर खरीदते हैं, कैसा घर खरीदते हैं और आपका कितना बजट है.

360 रियल्टर्स की ओर से किए गए एक शोध के अनुसार, महामारी के बाद भारत में दूसरे घरों या हॉलिडे होम्स की मांग में काफी बढ़ोतरी हुई है. 2021 के अंत तक देश में हॉलिडे होम्स की कुल कीमत 1.394 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई थी, जो कि 2019 के मुकाबले 88.63% की शानदार बढ़ोतरी है.


क्या दूसरा घर खरीदना सही फैसला है?
दूसरा घर खरीदना जरूरी नहीं कि हमेशा फायदे का सौदा हो. सबसे पहले तो ये देखना जरूरी है कि आपका मौजूदा घर आपकी जरूरतों को पूरा करता है या नहीं. अगर हां, तो शायद अभी दूसरे घर में निवेश करना सही फैसला नहीं होगा. दूसरी बात ये भी सोचना चाहिए कि क्या आप भविष्य में हमेशा उसी शहर में रहेंगे. अगर नहीं, तो सिर्फ निवेश के लिए इतना बड़ा लोन लेना जोखिम भरा हो सकता है.

फाइनेंशियल एक्सपर्ट एकलव्य कुमार सिंह ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा, अगर आप अपने रहने के लिए नया घर खरीदना चाहते हैं तो अलग बात है लेकिन सिर्फ इंवेस्टमेंट के मकसद से एक नया घर खरीदना चाहते हैं तो ये गलत फैसला हो सकता है. एक बार को जमीन पर निवेश करना फिर भी सही है, मगर घर पर निवेश करना बिल्कुल फायदे का सौदा नहीं है.

'अगर घर खरीदकर किराए पर भी उठा देते हैं तो भी रिटर्न बहुत कम मिलता है. किसी ने एक करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी भी ली है उस पर भी 20 हजार से ज्यादा रेंट नहीं आता. इतना पैसा कहीं और लगाएंगे तो अच्छा रिटर्न मिल जाएगा.'

एकलव्य कुमार आगे कहते हैं, दिल्ली-एनसीआर में प्रॉपर्टी की वैल्यू पहले ही बहुत बढ़ चुकी है. अब आगे बढ़ने की उम्मीद नहीं है. फ्लैट में निवेश करना भी समझदारी नहीं है. क्योंकि बिल्डिंग पुरानी हो जाती है तो एक टाइम बाद फ्लैट की कीमत गिरने लगती है.  

आर्थिक बजट को कैसे प्रभावित करता है होम लोन?
मकान की 100 फीसदी वैल्यू पर होम लोन नहीं मिलता है. कोई भी घर खरीदते वक्त आपको कुछ रकम डाउन पेमेंट के तौर पर भी देनी होती है. अगर उतनी रकम नहीं है तो ये भी सोचना चाहिए कि क्या इसके लिए कहीं और से उधार लेंगे जिससे कर्ज का बोझ और बढ़ जाएगा.

होम लोन लेने का मतलब है कि आपको कई सालों तक EMI भरनी होगी. ये आपकी हर महीने की कमाई का एक बड़ा हिस्सा ले लेगी. ऐसे में ये जरूरी है कि अपना बजट बनाएं और देखें कि हर महीने कितना लोन चुका सकते हैं. साथ ही ये भी पता करना चाहिए कि ब्याज दर क्या है और ब्याज के साथ कुल कितना पैसा चुकाना पड़ेगा. ये सिर्फ लोन की EMI ही नहीं है. नया घर होने का मतलब है मकान का मेन्टेनेंस और उसका टैक्स भी भरना. ये छोटे-मोटे खर्च भी बजट को प्रभावित कर सकते हैं.

एक्सपर्ट्स दूसरा घर खरीदने का फैसला लेने से पहले इन आर्थिक सवालों पर गौर करने की सलाह देते हैं:

  • क्या आप अपनी कमाई का कम से कम 15% रिटायरमेंट के लिए जमा कर रहे हैं?
  • क्या आपके पास किसी आपातस्थिति के लिए 6 महीने (अगर हो सके तो 9 महीने) का खर्चा निकालने लायक जमा पूंजी है?
  • क्या आपने अपने क्रेडिट कार्ड का बिल चुका दिया है?
  • क्या आपने अपने मौजूदा घर का लोन चुका दिया है?
  • अगर आपके बच्चे हैं तो क्या आपने उनके कॉलेज फंड के लिए पैसा जमा करना शुरू कर दिया है?

अनहोनी होने पर चुका पाएंगे दूसरे घर का कर्ज?
कहते हैं बुरा समय बताकर नहीं आता है. अनहोनी कभी भी किसी के साथ कहीं भी हो सकती है. अगर कभी कोई अनहोनी हो जाए जैसे नौकरी चली जाना या अच्छा खासा बिजनेस डूब जाना... तो ऐसी स्थिति में क्या करेंगे? क्या बैंक का लाखों का लोन चुका पाएंगे? इस पर विचार करना चाहिए.

साथ ही भविष्य में अपने परिवार की जिम्मेदारियों के बारे में भी सोचना चाहिए. जैसे भाई-बहन और बच्चों की शादी. उनकी पढ़ाई या फिर घूमने-फिरने का खर्च. ये सुनिश्चित करना चाहिए कि पैसों की कमी के कारण अपनी बाकी योजनाओं को टालना या कम खर्च में समेटना न पड़े. इस तरह अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग बनाएं. फाइनेंशियल प्लानिंग बनाने का मतलब है कि आप चीजों को प्राथमिकता दें और अपने बाकी लक्ष्यों को भी नजरअंदाज न करें.

बेशक, दूसरा घर खरीदते वक्त आपको लगातार मरम्मत, रख-रखाव और संपत्ति कर जैसे खर्चों को भी ध्यान में रखना होगा. ये खर्च आपके बजट को बिगाड़ सकते हैं या घूमने-फिरने की आपकी योजनाओं को प्रभावित कर सकते हैं.


फिर भी लोन पर नया घर खरीदना है तो किन बातों का ध्यान रखें?
घर खरीदते वक्त एक जरूरी नियम ये है कि दूसरा घर खरीदने के लिए जितने पैसे लग रहे हैं, उसका कम से कम 50% हिस्सा उनके पास तरल संपत्ति (liquid assets) में होना चाहिए. तरल संपत्ति का मतलब है वो पैसा जिसे आप जल्दी बेचकर या निकालकर इस्तेमाल कर सकें. जैसे बचत खाते में जमा पैसा, म्यूचुअल फंड या फिर शेयर बाजार में लगा हुआ पैसा. अगर इतनी तरल संपत्ति नहीं है तो पहले आपको अपनी जमापूंजी को बढ़ाना चाहिए या फिर कम रकम का घर देखना चाहिए.

इसके अलावा जमीन की पूरी जांच-पड़ताल कर लेनी चाहिए. ये देखना जरूरी है कि जमीन कानूनी तौर पर सही है या नहीं और उससे जुड़े कोई विवाद तो नहीं हैं. हर चीज को ध्यान से सोचने-समझने के बाद ही कोई फैसला लें. जल्दबाजी में लिया गया फैसला आर्थिक तंगी में डाल सकता है.

Published at : 29 May 2024 09:23 AM (IST) Tags: Home Loan EMI loan financial Planning ABP Premium
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi

यह भी पढ़ें

Property: सस्ते घर, दुकान, जमीन खरीदने का सुनहरा मौका, PNB मेगा ई-ऑक्शन दिलाएगा किफायती रेट में प्रॉपर्टी

Property: सस्ते घर, दुकान, जमीन खरीदने का सुनहरा मौका, PNB मेगा ई-ऑक्शन दिलाएगा किफायती रेट में प्रॉपर्टी

फिच रेटिंग्स ने भारत के बैंकों पर निकाली रिपोर्ट, ऐसेट क्वालिटी और क्रेडिट ग्रोथ को लेकर जताया ये भरोसा

फिच रेटिंग्स ने भारत के बैंकों पर निकाली रिपोर्ट, ऐसेट क्वालिटी और क्रेडिट ग्रोथ को लेकर जताया ये भरोसा

अपने सिबिल स्कोर को चैक किए बिना 50,000 रुपये का लोन कैसे प्राप्त करें

अपने सिबिल स्कोर को चैक किए बिना 50,000 रुपये का लोन कैसे प्राप्त करें

Flexi Loan, Overdraft और पर्सनल लोन में क्या है फर्क? किन लोगों के लिए कौन सा ऑप्शन बेस्ट

Flexi Loan, Overdraft और पर्सनल लोन में क्या है फर्क? किन लोगों के लिए कौन सा ऑप्शन बेस्ट

आरबीआई का फैसला जो बना रिटेल-MSME लोन वालों के लिए सौगात, फिर क्यों गिरे बैंक स्टॉक?

आरबीआई का फैसला जो बना रिटेल-MSME लोन वालों के लिए सौगात, फिर क्यों गिरे बैंक स्टॉक?

टॉप स्टोरीज

'अगर हिंदू हिंसक होता तो...', सार्वजनिक मंच से नूपुर शर्मा का कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर पलटवार

'अगर हिंदू हिंसक होता तो...', सार्वजनिक मंच से नूपुर शर्मा का कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर पलटवार

जब अमिताभ बच्चन ने छुए थे राजेश खन्ना के पैर, 'काका' की मौत पर रो पड़े थे 'बिग बी', डिंपल कपाड़िया से पूछा था ये सवाल

जब अमिताभ बच्चन ने छुए थे राजेश खन्ना के पैर, 'काका' की मौत पर रो पड़े थे 'बिग बी', डिंपल कपाड़िया से पूछा था ये सवाल

Video: संसद में बोल रहे थे इमरान मसूद, बगल में बैठे सपा सांसद सोते हुए भर रहे थे खर्राटे

Video: संसद में बोल रहे थे इमरान मसूद, बगल में बैठे सपा सांसद सोते हुए भर रहे थे खर्राटे

IND vs ZIM: तूफानी अभिषेक शर्मा समेत 3 खिलाड़ी कर रहे भारत के लिए डेब्यू, जिम्बाब्वे के खिलाफ छाप छोड़ने का मौका

IND vs ZIM: तूफानी अभिषेक शर्मा समेत 3 खिलाड़ी कर रहे भारत के लिए डेब्यू, जिम्बाब्वे के खिलाफ छाप छोड़ने का मौका