लॉकडाउन की वजह से कंपनियों में छंटनी का दौर जारी है. सबसे ज्यादा प्रभावित रिटेल सेक्टर में लोगों की नौकरियां जाने का सिलसिला जारी है. रिटेल स्टोर चेन शॉपर्स स्टॉप ने अपने लगभग 1100 कर्मचारियों को निकालने का फैसला किया है. कंपनी प्रबंधन के मुताबिक इस ब्रांड के अलग-अलग स्टोर्स से 1100 लोगों को निकाला जा रहा है. मुंबई हेड ऑफिस से 100 लोगों को निकाला गया है. कंपनी ने कहा है कि जिन स्टोर्स में बिक्री बहुत कम है वहां का ऑपरेशन बंद करने का फैसला किया गया है.


बिक्री में भारी गिरावट से उठाना पड़ा ये कदम


दरअसल शॉपिंग मॉल खोलने की इजाजत मिलने के बाद ग्राहक खरीदारी के लिए नहीं आ रहे हैं. इसका बिक्री पर सीधा असर पड़ा है. दिल्ली-एनसीआर में शॉपर्स स्टॉप के सभी स्टोर खुले हैं. लेकिन कुछ दूसरे राज्यों इस चेन के स्टोर बंद हैं. ऊपर से बिक्री कम होने की वजह से चेन के सामने खर्चा कम करने के अलावा और कुछ चारा नहीं बचा था. ऐसे में कर्मचारियों पर गाज गिरी.कंपनी ने कहा है कि जिन लोगों को निकाला गया है, उन्हें दो महीनों की सैलरी दी जाएगी. इसके अलावा मांग में तेजी आने पर जब ज्यादा लोगों  की जरूरत होगी तो इन्हें दोबारा काम पर रखा जा सकता है.


रेमंड ने भी की थी छंटनी


इससे पहले रेमंड ने भी बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया था. दरअसल लॉकडाउन की वजह से बढ़ी बेरोजगारी के दौर में लोगों की परचेजिंग पावर घट गई है. दूसरे, एहतियात के तौर पर लोग शॉपिंग मॉल और दुकानों में खरीदारी के लिए नहीं जा रहे हैं. इसलिए बिक्री घट गई है. ऐसे में रिटेल इंडस्ट्री की कंपनियां अपना खर्चा कम करने और सर्वाइव करने के लिए कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं.कुछ कंपनियों का कहना है कि उनके पास बिल्कुल ऑर्डर नहीं है. रिटेल कंपनियों का तो और भी बुरा हाल है. खास कर शॉपिंग मॉल के स्टोर महंगे रखरखाव के बोझ के तले दबे हुए हैं. इसलिए बिजनेस में बने रहने के लिए वह कर्मचारियों की संख्या घटाने पर मजबूर हैं.