नई दिल्लीः कोरोना वायरस के कहर से भारत की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान होगा और आर्थिक विकास दर गिरेगी. ब्रिटिश ब्रोकरेज हाउस बार्कलेज ने इस बात का अनुमान दिया है कि भारत में लॉकडाउन 3 मई तक जारी रहने से भारतीय अर्थव्यवस्था को 234.4 अरब डॉलर यानी करीब 18 लाख करोड़ रुपये का भारी-भरकम नुकसान होगा. वहीं देश को भारी आर्थिक नुकसान की कीमत इसकी जीडीपी में गिरावट के तौर पर देखने को मिलेगी.
234.4 अरब डॉलर को अगर भारतीय करेंसी की शक्ल में देखा जाए तो ये 17 लाख 87 हजार करोड़ रुपये के आसपास बैठता है. ये हिसाब डॉलर के आज के रेट 76.22 रुपये प्रति डॉलर के आधार पर निकाला गया है. इस तरह भारतीय अर्थव्यवस्था को लॉकडाउन के चलते करीब 18 लाख करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान होगा.
इसके साथ ही बार्कलेज ने आज जारी किए एक नोट में ये भी अनुमान दिया है कि कैलेंडर इयर 2020 में भारत की आर्थिक विकास दर की रफ्तार शून्य रहने की आशंका है यानी 2020 में भारत की जीडीपी की वृद्धि दर बेहद मंद रहेगी. इससे पहले बार्कलेज ने कहा था कि साल 2020 में भारत की आर्थिक विकास दर 2.5 फीसदी रह सकती है.
वित्त वर्ष 2020-21 में 0.8 फीसदी की जीडीपी दर का अनुमान
पहले साल 2020-21 में भारत की जीडीपी दर के लिए 3.5 फीसदी रहने का अनुमान दिया गया था लेकिन अब बार्कलेज ने आज जारी नोट में कहा है कि इस दौरान भारत की आर्थिक विकास दर घटकर 0.8 फीसदी तक आ जाएगी.
पहले दिया गया था 120 अरब डॉलर के नुकसान का अनुमान
पहले जब देश में 14 अप्रैल तक का लॉकडाउन था तो बार्कलेज ने भारतीय इकोनॉमी को 120 अरब डॉलर के आर्थिक नुकसान का अनुमान दिया था लेकिन आज जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संपूर्ण लॉकडाउन की अवधि 3 मई तक बढ़ा दी है तो इस आर्थिक नुकसान के आंकड़ें में भी काफी ज्यादा इजाफा हो गया है.
बार्कलेज ब्रोकरेज हाउस ने ये भी कहा है कि अब भारत कोरोना के खिलाफ अपनी इस लड़ाई को जीतने के लिए 3 मई तक के विस्तारित लॉकडाउन की स्थिति में आ गया है लिहाजा अब तक देश को होने वाला आर्थिक नुकसान भी पूर्व में लगाए गए अनुमान से कहीं ज्यादा होगा. पहले ये 120 अरब डॉलर का अनुमान था जो कि अब बढ़कर 234.4 अरब डॉलर के अनुमान पर पहुंच गया है.
आज प्रधानमंत्री ने की लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मार्च से लागू लॉकडाउन की अवधि जो आज खत्म हो रही थी उसको 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा कर दी है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए लॉकडाउन को बढ़ाना जरूरी है. लोग जैसे पहले इसका पालन कर रहे थे वैसे ही अब भी करते रहें.
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