Cyber Frauds: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ निवासी डॉ रुचिका टंडन जो एसजीपीजीआईएमएस (SGPGIMS) में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं उन्हें साइबर ठगों ने सात दिनों तक डिजिटली अरेस्ट कर 2.81 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचा दिया. डॉ रुचिका टंडन को कॉल करने वालों ने बोला कि वो टेलीकॉम सेक्टर के रेग्यूलटर ट्राई से बोल रहा है और पुलिस के आदेश के मुताबिक उनके फोन को बंद करने का आदेश मिला है क्योंकि उनके मोबाइल नंबर से प्रताड़ना वाले मैसेज को लेकर मुंबई के साइबर क्राइम सेल में कई शिकायतें दर्ज की गई हैं.    


डॉ रुचिका टंडन से इन साइबर ठगों ने 2.81 करोड़ रुपये धोखे से ले लिए लेकिन अगर आपके पास ऐसा कोई कॉल आए तो आप हरगिज उसे तवज्जो ना दें. अगर कोई कॉलर आपके मोबाइल फोन पर कॉल कर बोले कि वो दूरसंचार विभाग या ट्राई से कॉल कर रहा है और आपके मोबाइल नंबर को बंद करने की धमकी दे तो ऐसे कॉलर से फौरन सावधान हो जाएं क्योंकि वो साइबर फ्रॉड हो सकता है. दूरसंचार विभाग ने पिछले कुछ महीनो में कई बार आम नागरिकों को ऐसे कॉल्स से सावधान किया है और साथ में एडवाइजरी भी जारी की है. दूरसंचार विभाग ने कहा कि, साइबर ठग ऐसे कॉल्स के जरिए लोगों की निजी जानकारियां चोरी कर साइबर क्राइम या फ्रॉड को अंजाम दे सकते हैं. दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी दो दिन पहले ट्वीट कर लोगों को सतर्क किया है. 






दूरसंचार विभाग ने नागरिकों को सवधान करते हुए कहा कि उसे ऐसी शिकायतें मिली हैं जिसमें यूजर्स के पास ऐसे कॉल्स आ रहे हैं जिसमें कॉलर खुद को दूरसंचार विभाग का अधिकारी बताकर मोबाइल नंबर को बंद करने की धमकी देता है. सायबर ठग यूजर्स को ये कहकर डराता धमकाता भी है कि उनके मोबाइल नंबर का इस्तेमाल आपत्तिजनक गतिविधियों के लिए किया गया है. दूरसंचार विभाग ने विदेशी नंबर जैसे  (+92-xxxxxxxxxx) से आने वाले व्हॉटएप कॉल्स से आगाह किया है. ऐसे कॉल्स पर कॉलर खुद को सरकारी अधिकारी बता कर यूजर्स को नुकसान पहुंचा सकता है. साइबर क्रिमिनल ऐसे कॉल्स के जरिए फाइनेंशियल फ्रॉड करने के लिए यूजर्स की निजी जानकारियां जुटाने की कोशिश करता है. 


दूरसंचार विभाग ने स्पष्ट किया है कि उसकी ओर से किसी को भी मोबाइल यूजर्स को कॉल करने की इजाजत नहीं है. दूरसंचार विभाग ने नागरिकों को ऐसे कॉल्स से सतर्क रहने के साथ कॉलर के साथ कोई भी निजी जानकारियां को साझा नहीं करने की नसीहत भी दी है. साथ ही ऐसे कॉल्स के आने पर संचार साथी पोर्टल (www.sancharsaathi.gov.in) पर चक्षु-रिपोर्ट सस्पेक्टेड फ्रॉड कम्यूनिकेशन फैसिलिटी पर रिपोर्ट करने को कहा है. 1930 हेल्पलाइन नंबर भी यूजर्स ऐसे कॉलर के खिलाफ शिकायत दर्ज कर सकते हैं.  


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