Macleods Pharma IPO: फार्मा सेक्टर से जुड़ी कंपनी Macleods Pharmaceuticals आईपीओ लाने की तैयारी में है. कंपनी ने आईपीओ लाने के लिए सेबी के पास ड्रॉफ्ट पेपर दाखिल कर दिया है. माना जा रहा है Macleods Pharmaceuticals का आईपीओ फार्मा सेक्टर का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा.  आईपीओ के साइज का खुलासा कंपनी के वैल्युएशन के चर्चा के बाद तय होगा. 


सेबी के पास दाखिल किए गए डॉफ्ट पेपर के मुताबिक Macleods Pharma एपीआई (एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रेडिएंट्स) और तैयार डोज फार्मास्युटिकल फॉर्मूलेशन के विकास और निर्माण में अग्रणी कंपनियों में से एक है. डॉफ्ट पेपर के मुताबिक आईपीओ लाने का मकसद स्टॉक एक्सचेंजों पर कंपनी की लिस्टिंग कराना है साथ ही शेयरधारकों द्वारा 60,482,040 इक्विटी शेयरों के सेल्स का भी प्रस्ताव है. साथ ही कंपनी का मानना है कि उसके इक्विटी शेयरों की प्रस्तावित लिस्टिंग से ब्रांड छवि में वृद्धि होगी और साथ ही भारत में इक्विटी शेयरों के लिए एक सार्वजनिक बाजार उपलब्ध होगा.


कोटक महिंद्रा कैपिटल, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, सिटी, नोमुरा और एडलवाइस फाइनेंशियल सर्विसेज आईपीओ पर काम करने वाले निवेश बैंक हैं। सिरिल अमरचंद मंगलदास और शार्दुल अमरचंद मंगलदास कानूनी सलाहकार हैं. 


आपको बता दें डॉ राजेंद्र अग्रवाल ने अपने भाइयों गिरधारी लाल बावरी और बंदवारी लाल बावरी के साथ मिलकर 1989 में टीबी विरोधी दवाओं का उत्पादन करने के उद्देश्य से Macleods Pharma की शुरुआत की.


Macleods Pharma घरेलू बिक्री के आधार पर भारतीय फार्मास्यूटिकल्स बाजार में सातवीं सबसे बड़ी कंपनी  है और एंटी-इन्फेक्टिव, कार्डियोवस्कुलर, एंटी-डायबिटिक, डर्मेटोलॉजी हार्मोन उपचार सहित कई प्रमुख चिकित्सीय क्षेत्रों में फॉर्मूलेशन की एक विस्तृत श्रृंखला के विकास, निर्माण और विपणन में लगी हुई है. मार्च 2021 को समाप्त वर्ष के लिए कंपनी ने 7,199 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल किया था. 


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