सावधान! महाकुंभ में निशाने पर करोड़ों लोग, खास तरीके से श्रद्धालुओं को निशाना बना रहे ठग
Mahakumbh 2025: प्रयागराज के महाकुंभ मेले में करोड़ों की संख्या में लोग जुटेंगे. इनमें कुछ ठग भी हो सकते हैं, जो सीधे-सादे लोगों को झांसे में लेकर उनसे धोखाधड़ी कर सकते हैं.
Mahakumbh 2025: प्रयागराज में आज से महाकुंभ मेला शुरू हो गया है. हर 12 साल में आयोजित होने वाले इस मेले में करोड़ों की संख्या में साधु-संत व श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगता है. लोगों की इसी भीड़ में कई ठग भी शामिल हो सकते हैं. ऐसे में इनसे बचकर रहने की जरूरत है. हम यहां आपको कुछ टिप्स बता रहे हैं, जिसे ध्यान में रखकर आप महाकुंभ मेले में डिजिटल ठगी का शिकार होने से बच सकते हैं.
डिजिटल पेमेंट के वक्त बरतें सावधानी
UPI और क्यूआर कोड के जरिए पेमेंट करते वक्त अतिरिक्त सावधानी बरतें. कई बार लोगों को फेक क्यूआर कोड के जरिए पेमेंट कराकर उन्हें ठग लिया जाता है. ऐसे में मेले में अगर कहीं दान या चढ़ावा देना हो, तो पेमेंट के वक्त अनचाहे ऑफर से बचने की कोशिश या फिर क्यूआर कोड को अच्छे से जांच लें.
फर्जी वेबसाइट या विज्ञापन से बचें
महाकुंभ मेले में फर्जी वेबसाइट या विज्ञापन से भी बचकर रहें. mFilterIT के को-फाउंडर धीरज गुप्ता ने इस बारे में सीएनबीसी टीवी18 से बात करते हुए कहा, कई बार लोगों को ठगने के लिए लुभावने डील्स या ऑफर का लालच दिया जाता है. धोखेबाज WhatsApp, ईमेल या फर्जी वेबसाइट पर आपको टेंट या लॉजिंग या ट्रैवल की बुकिंग कराने के लिए पेमेंट के लिए कहते हैं और एक बार पैसा मिल जाने के बाद इनका कोई अता-पता नहीं रहता है.
बूकिंग वेबसाइट और रजिस्ट्रेशन पोर्टल जैसे पब्लिक सिस्टम साइबर अपराधियों के निशाने पर रहते हैं. ये जरूरी जानकारी हासिल करने के लिए फिशिंग ईमेल या फेक UPI पर पेमेंट के लिए कहते हैं और फिर आपके पैसे लेकर गायब हो जाते हैं इसलिए इनसे सतर्क रहने की जरूरत है.
पब्लिक वाई-फाई का समझदारी से करें इस्तेमाल
जहां तक हो सके पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल करने से बचें क्योंकि इनके जरिए आपके डिवाइस को हैक कर अकाउंट डिटेल जैसी कई अहम जानकारियां प्राप्त की जा सकती है. ऐसे में पब्लिक वाई-फाई का सोच-समझकर इस्तेमाल करने की जरूरत है. इसके अलावा, आईपी बेस्ड कैमरों का भी गलत इस्तेमाल साइबर अपराधी आप तक पहुंचने के लिए कर सकते हैं.
ऑफिशियल वेबसाइट से ही बुकिंग करें
बुकिंग करते वक्त सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट या IRCTC जैसे भरोसेमंद ट्रैवल प्लेटफॉर्म को चुनें. वेबसाइट फर्जी है या नहीं यह जांचने के लिए देखें कि URL https:// से शुरू हो रहा है या नहीं.
महाकुंभ पुलिस ऐप को फटाफट करें डाउनलोड
मेले में किसी भी तरह के फर्जीवाड़े से बचे रहने के लिए महाकुंभ पुलिस ऐप को डाउनलोड कर लें. किसी भी संभावित खतरे से बचे रहने के लिए समाचार और अलर्ट पर ध्यान दें. अगर मेले में किसी फर्जी वेबसाइट, ऐप या सोशल मीडिया अकाउंट की जानकारी मिले तो तुरंत इसकी शिकायत करें.
इन बातों का भी रखें ख्याल
इसी के साथ क्विक हील टेक्नोलॉजीज ने ठगी से लोगों को बचाने के लिए अपना AntiFraud.AI भी लॉन्च किया है. कंपनी के सीईओ विशाल साल्वी ने CNBC TV18 से कहा, हम इस फेस्टिवल के दौरान तीन महीने के लिए ऐप का फ्री में ट्रायल दे रहे हैं ताकि श्रद्धालुओं को धोखाधड़ी से बचाया जा सके.
इसी के साथ Easebuzz ने ऑनलाइन पेमेंट ऐप को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करने के लिए टू-फैक्टर ऑथेन्टिफिकेशन पर जोर दिया है. mFilterIT ने धोखाधड़ी का पता लगाने और उसका मुकाबला करने के लिए AI ऑपरेटेड सॉल्यूशंस को अपनाने की सलाह दी है. साथ ही पेमेंट के वक्त एक बार क्रॉस चेक कर लेने की भी सलाह दी है.
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