मुंबई/नई दिल्लीः महाराष्ट्र के वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने 2018-19 के लिए 15,374 करोड़ रुपये के अनुमानित राजस्व घाटे वाला बजट आज पेश किया. कुल 3.01 लाख करोड़ रुपये के बजट में बुनियादी ढांचें में सुधार, कृषि व सिंचाई सुविधाएं बढ़ाने और रोजगार सृजन पर ध्यान दिया गया है.


राज्य विधानसभा में पेश इस बजट में अगले वित्त वर्ष में 15,374 करोड़ रुपये का राजस्व घाटा अनुमानित है. महाराष्ट्र सरकार कृषि, कपड़ा, पर्यटन व स्टार्टअप जैसे क्षेत्रों में वृद्धि के बल पर 2025 तक 1000 अरब डालर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य लेकर चल रही है.


3.01 लाख करोड़ रुपये के राजस्व व्यय
बजट में 2.86 लाख करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्तियों और 3.01 लाख करोड़ रुपये के राजस्व व्यय का अनुमान है. इसमें सड़कों के विकास के लिए 10,828 करोड़ रुपये जबकि बिजली बुनियादी ढांचे के लिए 7235 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.


मुनगंटीवार ने अपने चौथे बजट भाषण में कहा, ‘ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था को 2025 तक 5000 अरब डॉलर का होना चाहिए. हमने तब तक राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में महाराष्ट्र का योगदान 1000 अरब डालर करने का लक्ष्य रखा है.’ उन्होंने कहा कि यह लक्ष्य कृषि, कपड़ा, पर्यटन व स्टार्टअप जैसे क्षेत्रों में वृद्धि के जरिए हासिल किया जाएगा.


उन्होंने कहा कि 2018-19 के लिए योजना परिव्यय 23.08 फीसदी बढाकर 95000 करोड़ रुपये किया गया है.