रियल एस्टेट सेक्टर का सबसे बड़ा लूजर निकला ये शेयर, पैसा लगाने वाले हो गए कंगाल
निफ्टी रियल्टी इंडेक्स में शामिल 9 शेयरों ने 2024 में पॉजिटिव रिटर्न दिया. हालांकि, महिंद्रा लाइफस्पेस डिवेलपर्स के लिए ये साल सही नहीं रहा. इस शेयर ने निवेशकों को निगेटिव रिटर्न दिया है.
साल 2024 में रियल एस्टेट सेक्टर में बूम देखने को मिला. घर, मकान, दुकान की कीमतें जहां आसमान तक पहुंच गईं, वहीं शेयर बाजार में लिस्टेड रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों ने भी निवेशकों को जमकर पैसा कमवाया. हालांकि, इन शेयरों में एक शेयर ऐसा रहा, जिसने अपने निवेशकों को निराश किया. जहां एक ओर रियल एस्टेट सेक्टर की हर बड़ी कंपनी ने अपने निवेशकों को मुनाफा दिया, वहीं इस शेयर ने अपने निवेशकों 14 फीसदी का निगेटिव रिटर्न दिया.
कैसा रहा रियल एस्टेट सेक्टर का हाल
साल 2024 में रियल एस्टेट सेक्टर ने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया. निफ्टी रियल्टी इंडेक्स (Nifty Realty Index) ने इस साल अब तक 38% की बढ़त हासिल की है, जबकि 2023 में यह 82 फीसदी बढ़ा था. पिछले 6 सालों में से पांच बार इस इंडेक्स ने पॉजिटिव रिटर्न दिया है. लेकिन इस शानदार प्रदर्शन के बीच महिंद्रा लाइफस्पेस डिवेलपर्स के निवेशकों के लिए साल 2024 बेहद निराशाजनक रहा.
इकलौता घाटे में रहने वाला शेयर
निफ्टी रियल्टी इंडेक्स में शामिल 10 में से 9 शेयरों ने 2024 में पॉजिटिव रिटर्न दिया है. इन शेयरों में प्रॉफिट की दर 15 फीसदी से लेकर 63 फीसदी तक रही. हालांकि, महिंद्रा लाइफस्पेस डिवेलपर्स का शेयर इस साल अब तक 14 फीसदी गिर चुका है, जो इसे इंडेक्स का सबसे कमजोर परफॉर्मर बनाता है. यह पिछले चार सालों में पहली बार ऐसा हुआ जब इस शेयर ने किसी साल निगेटिव रिटर्न दिया है.
पिछले वर्षों में मुनाफे का सौदा रहा
2021 से लेकर 2023 तक, महिंद्रा लाइफस्पेस के शेयरों ने निवेशकों को शानदार मुनाफा दिया था. 2021 में यह शेयर दोगुना हुआ, जबकि 2022 और 2023 में यह 50% बढ़ा. लेकिन 2024 इस शेयर के लिए सबसे खराब प्रदर्शन वाला साल बनता जा रहा है, जो 2018 के बाद अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है.
कंपनी का प्रदर्शन
सितंबर तिमाही के अंत में महिंद्रा लाइफस्पेस ने 397 करोड़ के घर बेचे. जबकि, पिछले साल यह आंकड़ा 455 करोड़ रुपये था. हालांकि, लीजिंग से होने वाली आय 32 करोड़ से बढ़कर 87 करोड़ जरूर हो गई. वहीं, इस वित्तीय वर्ष की पहली छमाही में कंपनी का नेट डेब्ट-टू-इक्विटी अनुपात 0.26 रहा. इस दौरान, तिमाही के अंत में कंपनी का कलेक्शन 459 करोड़ रुपये था, जिससे पहली छमाही का कुल कलेक्शन 999 करोड़ तक पहुंच गया. हालांकि, घरों की बिक्री में गिरावट ने निवेशकों की चिंता बढ़ाई.
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)
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