Jio Financial Services: रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) जोर-शोर के साथ फाइनैंशियल सेक्टर में कदम रखने जा रही है. इसी के तहत  जियो पेमेंट बैंक ( Jio Payment Bank) को प्रस्तावित जियो फाइनैंशियल सर्विसेज लिमिटेड ( Jio Financial Services Limited) का सब्सिडियरी बनाया जा सकता है. जियो पेमेंट बैंक (JPB) रिलायंस इंडस्ट्रीज ( RIL) और देश के सबसे बड़ी सरकारी बैंक एसबीआई ( SBI) का साझा वेंचर ( Joint Venture) है. 


मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के नतीजे घोषित करते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज के बोर्ड ने फाइनैंशियल सर्विसेज कंपनी रिलायंस स्ट्रैटजिक इन्‍वेस्‍टमेंट लिमिटेड (RSIL) के डीमर्जर की मंजूरी देते हुए जियो फाइनैंशियल सर्विसेज के नए नाम के साथ कंपनी की स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग कराने का फैसला किया है. आरएसआईएल अभी रिलायंस इंडस्ट्रीज की सब्सिडियरी है और एक नॉन डिपाजिट एनबीएफसी ( Non Banking Finance Company) कंपनी है. रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरहोल्डर्स तो हर एक रिलायंस के शेयर के बदले में जियो फाइनैंशियल सर्विसेज का एक शेयर मिलेगा. 


रिलायंस स्ट्रैजिक इन्‍वेस्टमेंट लिमिटेड का नाम जल्द ही जियो फाइनैंशियल सर्विसेज लिमिटेड  (JFSL) किया जाएगा. हाल ही में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने दिग्गज बैंकर केवी कामथ (KV Kamath) को 5 सालों के लिए कंपनी के स्वतंत्र निदेशक ( Independent Director) के साथ रिलायंस स्ट्रैजिक इन्‍वेस्टमेंट लिमिटेड (RSIL) के नॉन एग्जीक्यूटिव चेयरमैन के पद पर नियुक्त किया है.  


जियो पेमेंट बैंक जो बाकी पेमेंट बैंक के मुकाबले बेहद पीछे हैं उसपर कंपनी फोकस करने वाली है और जियो पेमेंट बैंक नए अंदाज और तेवर के साथ नजर आ सकता है. जियो पेमेंट बैंक में 70 फीसदी हिस्सेदारी रिलायंस इंडस्ट्रीज की है तो 30 फीसदी हिस्सेदारी एसबीआई के पास है. माना जा रहा है रिलायंस इंडस्ट्रीज जियो पेमेंट बैंक में 70 फीसदी हिस्सेदारी को  जियो फाइनैंशियल सर्विसेज में ट्रांसफर कर सकती है. 2018 में आरबीआई ने पेमेंट बैंक शुरू करने के लाइसेंस दिया था. बाजार में दूसरे पेमेंट बैंक में एयरटेल पेमेंट बैंक के पास 15.3 करोड़ कस्टमर्स है. पेटीएम पेमेंट बैंक के 6 करोड़ के करीब कस्टमर्स है. 


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