Mankind Pharma IPO: हेल्थकेयर सेक्टर की कंपनी मैनकाइंड फार्मा का आईपीओ (Mankind Pharma IPO) 25 अप्रैल 2023 को बाजार में दस्तक देगा. कंपनी आईपीओ के जरिए 40,058,844 शेयर्स ऑफर फॉर सेल के तहत आईपीओ के जरिए निवेशकों को ऑफर करने जा रही है. मैनकाइंड फार्मा का आईपीओ 27 अप्रैल तक निवेश के लिए खुला रहेगा. कंपनी ने आईपीओ के प्राइस बैंड की फिलहाल घोषणा नहीं की है. शेयर का फेस वैल्यू एक रुपये निर्धारित किया गया है.
मैनकाइंड फार्मा आईपीओ के जरिए बाजार से 4200 से 4700 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है. आईपीओ के जरिए कंपनी के प्रमोटर्स और निवेशक ऑफर फॉर सेल में अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे. ऑफर फॉर सेल के जरिए कंपनी के प्रमोटर जुनेजा परिवार और निवेशक कुल 4 करोड़ के करीब शेयर्स बेचने की तैयारी में हैं. ऑफर फॉर सेल के तहत शेयर बेचने के बाद प्रमोटर की हिस्सेदारी कंपनी में 79 फीसदी से घटकर 76.50 फीसदी रह जाएगी.
सेबी के पास दाखिल ड्रॉफ्ट पेपर के मुताबिक कंपनी के प्रमोटर रमेश जुनेजा, राजीव जुनेजा, शीतल अरोड़ा और रमेश जुनेजा फैमिली ट्रस्ट, राजीव जुनेजा फैमिली ट्रस्ट और शीतल अरोड़ा फैमिली ट्रस्ट शामिल है. कंपनी के मौजूदा शेयरधारक Cairnhill CIPEF 17405559 शेयर्स, Cairnhill CGPE 2,623,863 शेयर्स, Beige लिमिटेड 9964711 शेयर्स और लिंक इंवेस्टमेंट ट्रस्ट 50,000 शेयर्स आईपीओ में बेचने जा रही है. ChrysCapital समर्थित जीआईसी ऑफ सिंगापुर ( GIC of Singapore) और CPP Investments के पास मैनकाइंड फार्मा में 10 फीसदी हिस्सेदारी है. ऑफर फॉर सेल के तहत जुटाये जा रहे रकम कंपनी के पास नहीं आएगा बल्कि शेयर्स बेच रहे निवेशकों को मिलेगा. मैनकाइंड फार्मा ने कोटक इंवेस्टमेंट बैंकिंग, जेपी मार्गन, सिटी, जेफ्फरीज, एक्सिस कैपिटल, आईआईएफएल सिक्योरिटीज को इंवेस्टमेंट बैंकर के तौर पर नियुक्त किया है.
1991 में मैनकाइंट फार्मा का गठन हुआ था. मैनफोर्स कंडोम और प्रेगनेंसी टेस्ट किट प्रेगा न्यूज बनाने वाली हेल्थकेयर क्षेत्र से जुड़ी कंपनी है. 2022 में घरेलू सेल्स के मामले में ये देश की चौथी सबसे बड़ी कंपनी बन चुकी है. 98 फीसदी रेवेन्यू कंपनी भारत में जेनरेट करती है. 2021-22 में कंपनी का रेवेन्यू 8,000 करोड़ रुपये और EBIDTA 2,200 करोड़ रुपये रहा है. भारत के अलावा कंपनी का बड़ा बाजार अमेरिका, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल शामिल है.
मैनकाइंड फार्मा के वित्तीय परफॉर्मेंस पर गौर करें तो 2019-20 में कंपनी ने 141.49 करोड़ रुपये, 2020-21 में 170.78 करोड़ रुपये और 2021-22 में 213.44 करोड़ रुपये रिसर्च एंड डेवलपमेंट पर खर्च किया था. कंपनी के मैनजमेंट का मानना है कि 2022-23 में कंपनी रेवेन्यू का 2.5 फीसदी रिसर्च एंड डेवलपमेंट पर खर्च करेगी. कंपनी के पास 600 के करीब वैज्ञानिक हैं जिसमें 40 ऐसे हैं जिनके पास पीएचडी डिग्री हासिल है. कंपनी के तीन यूनिट्स आईएमटी मानेसर, गुरूग्राम हरियाणा में मौजूद है.
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