(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Mankind Pharma IPO: कंडोम और प्रेगनेंसी किट बनाने वाली मैनकाइंड फार्मा अप्रैल में ला सकती है आईपीओ, 4700 करोड़ रुपये तक जुटाने की है तैयारी
Mankind Pharma IPO: दवा बनाने वाली किसी भी घरेलू कंपनी द्वारा लाया जाने वाला ये सबसे बड़ा आईपीओ होगा. इससे पहले 2020 में Gland Pharma 6480 करोड़ रुपये का आईपीओ लेकर आई थी.
Mankind Pharma IPO: मैनफोर्स कंडोम और प्रेगनेंसी टेस्ट किट प्रेगा न्यूज बनाने वाली हेल्थकेयर क्षेत्र से जुड़ी कंपनी मैनकाइंड फार्मा आईपीओ (Mankind Pharma IPO) लाने की तैयारी में है. मैनकाइंड फार्मा आईपीओ के जरिए बाजार से 4200 से 4700 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है. अप्रैल 2023 के आखिर में मैनकाइंड फार्मा का आईपीओ आ सकता है.
मैनकाइंड फार्मा के आईपीओ के जरिए कंपनी के प्रोमोटर्स और निवेशक ऑफर फॉर सेल में अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे. ऑफर फॉर सेल के जरिए कंपनी के प्रमोटर जुनेजा परिवार और निवेशक कुल 4 करोड़ के करीब शेयर्स बेचने की तैयारी में हैं. ऑफर फॉर सेल के तहत शेयर बेचने के बाद प्रमोटर की हिस्सेदारी कंपनी में 79 फीसदी से घटकर 76.50 फीसदी रह जाएगी. सेबी के पास दाखिल ड्रॉफ्ट पेपर के मुताबिक कंपनी के प्रमोटर रमेश जुनेजा, राजीव जुनेजा, शीतल अरोड़ा और रमेश जुनेजा फैमिली ट्रस्ट, राजीव जुनेजा फैमिली ट्रस्ट और शीतल अरोड़ा फैमिली ट्रस्ट शामिल है. कंपनी के मौजूदा शेयरधारक केयर्नहिल सीआईपीईएफ लिमिटेड, Beige लिमिटेड और लिंक इंवेस्टमेंट ट्रस्ट भी शामिल है. ChrysCapital समर्थित जीआईसी ऑफ सिंगापुर ( GIC of Singapore) और CPP Investments के पास मैनकाइंड फार्मा में 10 फीसदी हिस्सेदारी है.
1991 में मैनकाइंट फार्मा का गठन हुआ था. 2022 में घरेलू सेल्स के मामले में ये देश की चौथी सबसे बड़ी कंपनी बन चुकी है. 98 फीसदी कंपनी अपनी रेवेन्यू भारत में जेनरेट करती है. 2021-22 में कंपनी का रेवेन्यू 8,000 करोड़ रुपये और EBIDTA 2,200 करोड़ रुपये रहा है. भारत के अलावा कंपनी का बड़ा बाजार अमेरिका, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल शामिल है. मैनकाइंड फार्मा ने जेपी मार्गन, सिटी, जेफ्फरीज, एक्सिस, आईआईएफएल और कोटक को इंवेस्टमेंट बैंकर के तौर पर नियुक्त किया है.
मैनकाइंड फार्मा फार्मासिटिकल्स फॉरमुलेशन और कंज्यूमर हेल्थकेयर सेक्टर में ऑपरेट करती है. कंपनी अपने रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर्स का विस्तार कर रही है साथ ही नए क्षेत्रों में कदम रख रही है. 2019-20 में कंपनी ने 141.49 करोड़ रुपये, 2020-21 में 170.78 करोड़ रुपये और 2021-22 में 213.44 करोड़ रुपये रिसर्च एंड डेवलपमेंट पर खर्च किया था. कंपनी के मैनजमेंट का मानना है कि 2022-23 में कंपनी रेवेन्यू का 2.5 फीसदी रिसर्च एंड डेवलपमेंट पर खर्च करेगी. कंपनी के पास 600 के करीब वैज्ञानिक हैं जिसमें 40 ऐसे हैं जिनके पास पीएचडी डिग्री हासिल है. कंपनी के तीन यूनिट्स आईएमटी मानेसर, गुरूग्राम हरियाणा में मौजूद है.
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