Manufacturing Units in Festive Season : देश में कुछ महीनों से त्योहारी सीजन चल रहा है, इसमें मैन्यूफैक्चरिंग (Manufacturing Units) में अच्छी डिमांड के साथ बढ़ोतरी हुई है. आपको बता दे कि त्योहारी सीजन में उपभोक्ता की मांग में भी इजाफा हुआ है. ग्रामीण और शहरी दोनों जगहों पर हर तरह के सामान की खपत में बढ़ोतरी हुई है. सितंबर माह से त्योहारी सीजन शुरू होने जा रहा है जो इस साल के अंत तक चलेगा.


मैन्यूफैक्चरिंग को मजबूती 
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने एक सर्वे में कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में मैन्यूफैक्चरिंग इकाइयों (Manufacturing Units) के उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है. मालूम हो कि पिछले 3 महीनों से कैपिटल गुड्स (Capital Goods) में लगातार दहाई अंक पर चल रहा है.


उपभोक्ताओं को राहत 
सूत्रों के अनुसार लागत कम होने का असर वस्तुओं की कीमतें पर पड़ा है, इस बार दाम नहीं बढ़े है. सरकार अर्थव्यवस्था में लगातार निवेश कर रही है. कैपिटल एक्सपेंडिचर के रूप में पहली तिमाही में 1.75 लाख करोड़ रुपए खर्च होने की उम्मीद हैं.


भारत बना आत्मनिर्भर 
भारत को दुनिया की फैक्ट्री बनाने के लिए आत्मनिर्भर और पीआईएल योजना ने शानदार प्रदर्शन कर रहा है. भारत में आईफोन असेंबल करने वाली ताईवान की कंपनी विस्ट्रॉन कॉप अब लैपटॉप, मोबाइल, आईटी उत्पाद बना रहा है. 


PMI में बढ़ोतरी
कोरोना काल के बाद फिर से टूरिज्म पहले की तरह पटरी पर लौट आया हैं. पिछले 2 महीने से परचेजिंग मैनेजर इंडेक्स (पीएमआई) में लगातार बढ़ोतरी देखी गई है. 


कच्चे तेल के भाव गिरे 
आपको बता दे कि वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम लगातार कम हो रहे है. औद्योगिक निर्माताओं के अनुसार त्योहारी सीजन में अपनी पूरी क्षमता से मैन्यूफैक्चरिंग करेंगे, तो लागत कम हो सकती है. 


ये भी पढ़ें-


NPS Account Balance: अब घर बैठे चेक करें अपना एनपीएस अकाउंट, ये स्टेप करें फॉलो


Dhabas in Delhi-NCR : पर्यावरण नियमों का उल्लंघन करने वाले मुरथल के ढाबे होंगे बंद, NGT का आदेश