Nirmala Sitharaman On Trade: केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने मंगलवार को कहा कि कई देशों ने रुपये में ‘द्विपक्षीय व्यापार’ करने के लिए अपनी रुचि दिखाई है. ये भारतीय व्यापार जगत के लिए अच्छे संकेत हैं. वित्तमंत्री ने यह बात हीरो माइंडमाइन शिखर सम्मेलन (Hero Mindmine Summit) में कही है. उन्होंने कहा कि यह सरकार द्वारा किए पूर्ण पूंजी खाता परिवर्तनीयता की दिशा में जबरदस्त कदम है.


रूबल-रुपये का पुराना प्रारूप नहीं 


वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण से यह पूछे जाने पर कि क्या भारत पूंजी खाते में बदलाव के लिए तैयार है, उन्होंने कहा यह रूबल-रुपये का पुराना प्रारूप नहीं है. अब यह द्विपक्षीय रुपया व्यापार का प्रारूप आया है. मुझे खुशी है कि केंद्रीय बैंक इसे ऐसे समय लाया है, जब यह बहुत महत्वपूर्ण था. उन्होंने कहा कि कई देशों ने रुपये में व्यापार करने में रुचि दिखाई है, उन्होंने कहा कि एक तरह से यह भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) को हमारी उम्मीद से अधिक खोलने के समान है.


भारत ने दुनिया का साथ निभाया


मंत्री सीतारमण ने कहा कि ‘कोविड-19 महामारी के बाद भारत काफी अधिक संख्या में कुछ अलग हटकर समाधान लेकर आ रहा है. जिस तरह से हम आगे बढ़कर अन्य देशों से बात कर रहे हैं, वैसे ही हम सीमापार लेनदेन को सक्षम करने के लिए देशों के बीच अपने डिजिटल मंच को इंटरऑपरेबल बनाने के भी इच्छुक हैं.


RBI ने जारी किया था पत्र 


मालूम हो कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने जुलाई 2022 में एक पत्र जारी कर बैंकों से घरेलू मुद्रा (Domestic Currency) में वैश्विक व्यापारिक समुदाय की बढ़ती रुचि को देखते हुए रुपये में निर्यात और आयात (Export and Import) लेनदेन के लिए अतिरिक्त व्यवस्था करने के लिए कहा था. RBI द्वारा रुपये में सीमापार व्यापार लेनदेन की अनुमति देने की घोषणा मुद्रा के अंतरराष्ट्रीयकरण (Internationalization of currency) की दिशा में उठाया गया कदम है.


क्या है वजह 


यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद से भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय व्यापार का एक बड़ा हिस्सा अमेरिका और यूरोप के लगाए प्रतिबंधों के चलते रुपये में हो रहा है. केंद्रीय बैंक ने कहा था कि व्यापार लेनदेन के निपटान के लिए संबंधित बैंकों को साझेदार व्यापारिक देश के बैंकों के विशेष रुपया ‘वोस्ट्रो’ खातों की जरूरत होगी. 


क्या है वोस्ट्रो खाता 


वोस्ट्रो एक ऐसा खाता (Vostro Account) होता है जो एक संपर्ककर्ता बैंक दूसरे बैंक की ओर से रखता है. उदाहरण के लिए किसी विदेशी बैंक का वोस्ट्रो खाता भारत में किसी घरेलू बैंक द्वारा संभाला जा रहा है. इन खातों का इस्तेमाल विदेशी व्यापार के निपटाने के लिए किया जाता है.


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