डिजिटल मानचित्रण कंपनी मैपमायइंडिया ने प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिए पूंजी जुटाने के लिए बाजार नियामक सेबी के पास आवेदन किया है। मसौदा रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) के अनुसार आईपीओ पूरी तरह बिक्री पेशकश (ओएफएस) पर आधारित है, जिसके तहत प्रवर्तकों और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 75,47,959 इक्विटी शेयरों को बेचने की पेशकश की जाएगी।
आईएफएस में रश्मि वर्मा द्वारा 30,70,033 शेयरों, क्वालकॉम एशिया पैसिफिक पीटीई लिमिटेड द्वारा 20,26,055 शेयरों और जेनरिन कंपनी लिमिटेड द्वारा 10,27,471 शेयरों की बिक्री शामिल है। मैपमायइंडिया, जिसे सीई इंफो सिस्टम्स के नाम से भी जाना जाता है, को वैश्विक वायरलेस प्रौद्योगिकी कंपनी क्वालकॉम और जापानी डिजिटल मानचित्रण कंपनी जेनरिन का समर्थित प्राप्त है।
क्या है मैपमायइंडिया
मैप माय इंडिया गूगल मैप की तरह एक लोकेशन नैविगेटिंग ऐप है. इस ऐप को डेवलप करने के लिए इसरो और मैपमायइंडिया ने आपस में साझेदारी की है. MapMyIndia के अनुसार इसरो की तरफ से सैटेलाइट इमेज (Satellite Images) और ऑब्जर्वेशन डेटा उपलब्ध कराया जाएगा. इस डाटा के आधार पर MapMyIndia एप के जरिये डिजिटल तरीके से लोगों को सर्विस उपलब्ध कराएगा.
इसके सीईओ रोहन वर्मा ने कहा है कि यह स्वदेशी ऐप पूरे देश में क्रांती लाएगी और मील का पत्थर साबित होगा. इस ऐप के आ जाने के बाद हमें दूसरे देश के ऐप पर निर्भर होने की जरूरत नही होगी.
पीएम मोदी भी कर चुके हैं ट्वीट
पीएम मोदी ने भी इस ऐप की सराहना कि थी और ट्वीट के जरिए कहा था कि आत्मनिर्भर भारत (Aatmnirbhar Bharat) के तहत ये एप बेहद मददगार साबित होगा. इससे मोबाइल पर मैप देखना आसान होगा. ये भारत का अपना मैप होगा.
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