MapmyIndia: हाल ही में ओला ने मैप सर्विसेज शुरू करके सुर्खियां बटोरी थीं. ओला के सीईओ भविष अग्रवाल (Bhavish Aggarwal) ने ओला मैप को गूगल मैप का प्रतिद्वंदी करार दिया था. साथ ही ऐलान किया था कि अब कंपनी गूगल मैप (Google Map) का इस्तेमाल बंद करेगी. इससे उन्हें सालाना 100 करोड़ रुपये बचाने में मदद मिलेगी. मगर, ओला मैप (Ola Map) विवादों में फंस चुका है. स्वदेशी डिजिटल नेविगेशन कंपनी मैपमाईइंडिया (MapmyIndia) ने ओला को लीगल नोटिस भेजा था. इसमें कहा गया है कि ओला ने एग्रीमेंट की शर्तों का उल्लंघन किया है. अब मैपमाईइंडिया ने ओला मैप को एक तिकड़म बता दिया है. 


ओला मैप की क्वालिटी खराब- रोहन वर्मा


मैपमाईइंडिया के सीईओ रोहन वर्मा (Rohan Verma) ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि ओला की पैरेंट कंपनी एएनआई टेक्नोलॉजीस (ANI Technologies) ने एक स्टार्टअप जियोस्पोक (Geospoc) का अधिग्रहण किया था. अब उनका दावा है कि मैप सर्विसेज जियोस्पोक ने ही उपलब्ध कराई हैं. रोहन वर्मा ने कहा कि भारत जैसे बड़े देश में डिजिटल नेविगेशन मैप तैयार करना एक खर्चीला काम है. इसमें ढेर सारा पैसा और विशेषज्ञों की जरूरत पड़ती है. उन्होंने कहा कि ओला मैप की क्वालिटी खराब है. ऐसे में हमारे कारोबार पर कोई संकट नहीं आएगा.


ओला कैब एप से कई तरह की शिकायतें आ रहीं 


रोहन वर्मा ने कहा कि ओला कैब एप से कई तरह की शिकायतें आ रही हैं. लोग ओला मैप के सही से काम न करने की शिकायत कर रहे हैं. लोगों की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं. जोड़तोड़ करके टेक्नोलॉजी बनाने पर ऐसा ही होता है. मैपमाईइंडिया के आरोपों पर ओला के प्रवक्ता ने कहा कि हम अपने ऊपर लगाए जा रहे सभी आरोपों से इंकार करते हैं. मैपमाईइंडिया के दावों का कोई आधार नहीं है. यह हताशा से उभरे आरोप हैं. मैपमाईइंडिया ऐसे निराधार आरोप लगाकर अपना कारोबार बचाना चाहती है. वह सिंगल प्रोडक्ट बिजनेस पर आधारित हैं. 


ओला इलेक्ट्रिक का आईपीओ आने से पहले भेजा था लीगल नोटिस 


मैपमाईइंडिया ने ओला इलेक्ट्रिक का आईपीओ आने से पहले 23 जुलाई को ओला को एक कानूनी नोटिस भेजा था. इसमें नेविगेशन के लिए एपीआई (एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) और एसडीके (सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट किट) का उपयोग करने के लिए ओला इलेक्ट्रिक द्वारा कंपनी के साथ 2021 में किए गए लाइसेंस समझौते की शर्तों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया था. रोहन वर्मा ने कहा कि एएनआई टेक्नोलॉजीस ने 2015 में उनके मैप डेटा का इस्तेमाल करने के लिए एग्रीमेंट किया था.


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