Market Capitalization: देश के सबसे बड़े बिजनेस समूह टाटा ग्रुप (Tata Group) ने साल 2023 में निवेशकों की झोलियां भर दीं. यह गुजरता हुआ साल टाटा समूह के निवेशकों और ग्रुप की कंपनियों के लिए बहुत अच्छा साबित हुआ. टाटा ग्रुप का मार्केट कैप इस साल लगभग 30 फीसदी बढ़ा. कंपनी ने मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की रिलायंस (Reliance Group) और गौतम अडानी (Gautam Adani) के अडानी ग्रुप (Adani Group) को मार्केट कैप के मामले में पटखनी दे दी.
टाटा ग्रुप का मार्केट कैप 30 फीसदी बढ़ गया
टाटा ग्रुप ने 1868 में जन्म लिया और आज इसके छह महाद्वीपों के 150 से ज्यादा देशों में उत्पाद बिकते हैं. साल 2023 में ग्रुप की कंपनियों का प्रदर्शन शानदार रहा. टाटा ग्रुप का मार्केट कैप पिछले साल के मुकाबले 30 फीसदी बढ़ गया. रिलायंस का मार्केट कैप इस दौरान सिर्फ 1.51 फीसदी बढ़ा और अडानी ग्रुप का मार्केट कैप 28 फीसदी घटा है.
टाटा टेलीसर्विसेज छोड़कर सभी कंपनियों की मार्केट वैल्यू में इजाफा
टाटा ग्रुप की 28 कंपनियां मार्केट में लिस्टेड हैं. इनका मार्केट कैप 26 दिसंबर, 2023 तक 27.61 लाख करोड़ का हो चुका है. पिछले साल 30 दिसंबर, 2022 को यही आंकड़ा 21.04 लाख करोड़ रुपये था. बनारस होटल्स, आर्टसन इंजीनियरिंग और ट्रेंट की मार्केट वैल्यू इसी अवधि में 100 फीसदी बढ़ गई. वहीं, टीसीएस का यही आंकड़ा 1.8 लाख करोड़ बढ़ा है. इस दौरान टाइटन, टाटा टेक्नोलॉजीस, टाटा पावर और टाटा स्टील ने बढ़िया प्रदर्शन किया है. सिर्फ टाटा टेलीसर्विसेज की मार्केट वैल्यू घटी है.
रिलायंस की 7 लिस्टेड कंपनियों का प्रदर्शन मिला जुला रहा
साल 2023 में रिलायंस की 7 लिस्टेड कंपनियों का प्रदर्शन मिला जुला रहा है. समूह की मार्केट वैल्यू एक साल पहले के 17.42 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 17.69 लाख करोड़ रुपये हो गई है. रिलायंस इंडस्ट्रीज के अलावा डेन नेटवर्क, रिलायंस इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर, जस्ट डायल और हेथवे केबल एवं डाटाकॉम ने बेहतर प्रदर्शन किया है.
अडानी समूह को हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से बड़ा नुकसान
मगर, अडानी समूह को हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने बड़ा नुकसान पहुंचाया. समूह की मार्केट वैल्यू रिपोर्ट आने से पहले जनवरी, 2023 में 19.66 लाख करोड़ रुपये थी, जो कि 26 दिसंबर तक सिर्फ 14.15 लाख करोड़ रुपये रह गई है. इस दौरान अडानी पावर और अडानी पोर्ट्स ने बेहतर प्रदर्शन किया जबकि अडानी इंटरप्राइजेज, अडानी टोटल गैस, अडानी एनर्जी सोल्यूशंस, अडानी विल्मर, एनडीटीवी, अडानी ग्रीन एनर्जी, एसीसी और अंबुजा सीमेंट की मार्केट वैल्यू 4 से लेकर 73 फीसदी तक कम हुई है.
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