बाजार नियामक सेबी ने दो बहुप्रतीक्षित आईपीओ के बाजार में जल्द लॉन्च होने का रास्ता साफ कर दिया है. ताजे मामलों में सेबी ने बच्चों से जुड़े उत्पादों की खुदरा बिक्री करने वाली कंपनी फर्स्टक्राई और ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए सॉफ्टवेयर बनाने वाली कंपनी यूनिकॉमर्स के आईपीओ के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.


फर्स्टक्राई ने दोबारा फाइल किया था ड्राफ्ट


फर्स्टक्राई चाइल्ड केयर कैटेगरी में बड़ा रिटेल ब्रांड है. कंपनी ऑनलाइन व ऑफलाइन स्टोर के जरिए देश भर के कई प्रमुख शहरों में बच्चों के कपड़ों समेत उनसे जुड़े विभिन्न उत्पादों की बिक्री करती है. बाजार में इन्वेस्टर लंबे समय से इसके प्रस्तावित आईपीओ का इंतजार कर रहे हैं. कंपनी ने 30 अप्रैल को अपने आईपीओ के लिए नए सिरे से ड्राफ्ट फाइल किया था.


इतने बड़े होंगे दोनों आईपीओ के साइज


पुणे स्थित कंपनी ब्रेनबीज सॉल्यूशंस फर्स्टक्राई ब्रांड नाम से रिटेल बिजनेस करती है. कंपनी आईपीओ से लगभग 1,815 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है. कंपनी के आईपीओ में शेयरों के फ्रेश इश्यू और पुराने निवेशकों की हिस्सेदारी घटाने के लिए ऑफर फोर सेल दोनों शामिल होंगे. वहीं यूनिकॉमर्स की तैयारी आईपीओ से 480 से 490 करोड़ रुपये जुटाने की है. इस आईपीओ में सिर्फ ऑफर फोर सेल रहने की उम्मीद है. इस तरह देखें तो सेबी ने जिन दो आईपीओ को मंजूरी दी है, उनका साइज मिलाकर 2,300 करोड़ रुपये के आस-पास रहने वाला है.


यूनिकॉमर्स में कई दिग्गज इन्वेस्टर


फर्स्टक्राई के निवेशकों में प्रेमजित इन्वेस्ट का नाम आता है, तो यूनिकॉमर्स के निवेशकों में जापान के दिग्गज इन्वेस्टर सॉफ्टबैंक का नाम शामिल है. यूनिकॉमर्स में सॉफ्टबैंक के पास लगभग 30 फीसदी हिस्सेदारी है. आईपीओ के ड्राफ्ट के अनुसार, यूनिकॉमर्स के प्रमोटर्स में स्नैपडील के को-फाउंडर कुनाल बहल और रोहित बंसल के भी नाम शामिल हैं.


सबसे बड़ा आईपीओ भी कतार में


घरेलू शेयर बाजार इन दिनों रिकॉर्ड रैली के दौर से गुजर रहा है. इसका फायदा उठाने के लिए कंपनियां आईपीओ लेकर आ रही हैं और बाजार में उतर रही हैं. इसी सप्ताह बाजार में 3 आईपीओ लॉन्च हो रहे हैं, जबकि बीते दिनों आईपीओ लाने वाली 11 कंपनियों के शेयर लिस्ट हो रहे हैं. आन वाले महीनों में आईपीओ लाने वाली कंपनियों की कतार में दक्षिण कोरियाई वाहन कंपनी हुंडई का भी नाम शामिल है. वाहन कंपनी अपनी लोकल यूनिट हुंडई इंडिया का आईपीओ लाने की तैयारी में है, जो भारतीय बाजार के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ साबित हो सकता है.


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