बाजार नियामक सेबी ने जेएम फाइनेंशियल के ऊपर कड़ी कार्रवाई की है. कंपनी के ऊपर किसी भी पब्लिक डेट सिक्योरिटी इश्यू को मैनेज करने से रोक लगा दी गई है. यह रोक मार्च 2025 तक के लिए है. इस एक्शन को नियामक और कंपनी दोनों ने कंफर्म किया है.


सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया ने जेएम फाइनेंशियल के ऊपर यह कार्रवाई धोखाधड़ी वाली कथित गतिविधियों के कारण की है. इस एक्शन से पहले कंपनी ने सेबी के सेटलमेंट मेकानिज्म के तहत समाधान निकाले जाने की गुजारिश की थी और सेबी के लगभग सभी अंतरिम निर्देशों का पालन करने पर सहमत हुई थी. इसके साथ ही कंपनी ने ये भी कहा था कि वह सेबी की चल रही जांच को चुनौती नहीं देगी.


इन गतिविधियों पर नहीं होगा असर


बाजार नियामक ने इस कार्रवाई को कंफर्म करते हुए बताया कि जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड को सिर्फ डेट सिक्योरिटीज के पब्लिक इश्यू को मैनेज करने से रोका गया है. कंपनी की अन्य गतिविधियों के ऊपर उसके इस एक्शन का कोई असर नहीं पड़ने वाला है. कंपनी अपने बाकी के काम पहले की तरह जारी रख सकती है. कंपनी पब्लिक इक्विटी इश्यू को मैनेज भी कर सकती है.


अगले साल 31 मार्च तक रोक


वहीं कंपनी ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया कि सेबी के द्वारा जारी लेटर में जो ऑर्डर दिया गया है, उसे हमने स्वीकार किया है. ऑर्डर के हिसाब से हम 31 मार्च 2025 तक किसी भी पब्लिक डेट सिक्योरिटी इश्यू में लीड मैनेजर के तौर पर काम नहीं कर सकते हैं. यह एक्शन पूरी तरह से सिर्फ पब्लिक डेट सिक्योरिटीज में हमारी भूमिका से जुड़ा हुआ है और इससे पब्लिक इक्विटी इश्यू को मैनेज करने की हमारी गतिविधियों पर कोई असर नहीं होगा.


कंपनी के ऊपर लगा था ये आरोप


जेएम फाइनेंशियल के ऊपर आरोप लगा था कि वह कुछ निवेशकों को पब्लिक इश्यू में अप्लाई करने की प्रक्रिया में तरजीह दे रही है. सेबी के अनुसार, कंपनी इस तरीके से ट्रांजेक्शन को एक्जीक्यूट कर रही थी, जिनमें इश्यू के सब्सक्रिप्शन और उसकी बोलियों के सफल होने की संभावनाओं को पहले से निर्धारित किया गया होता था. सेबी ने इन गतिविधियों को फ्रॉडलेंट माना और कार्रवाई करने का निर्णय लिया.


आईपीओ बाजार की इन गतिविधियों पर असर


डेट सिक्योरिटीज के पब्लिक इश्यू को मैनेज करने से रोक लगाए जाने के साथ-साथ जेएम फाइनेंशियल की आईपीओ बाजार से जुड़ी गतिविधियां भी प्रभावित होने वाली हैं. कंपनी ने खुद ही अपनी सब्सिडियरी जेएम फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स के जरिए आईपीओ फाइनेंसिंग बिजनेस को बंद करने का निर्णय लिया है. सेबी ने भी कंपनी के इस निर्णय को कंफर्म किया है.


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