Udaan Company: यूनिकॉर्न कंपनी Udaan के 350 कर्मचारियों पर गिर सकती है गाज, जानें क्या है वजह
Udaan के पेरोल पर लगभग 3000 कर्मचारी काम करते है. वहीं करीब 10,000-12,000 लोग आउटसोर्सिंग फर्मों के जरिए कॉन्ट्रैक्ट पर कंपनी के लिए काम करते हैं.
Udaan Prepares to Lay Off: देश की बिजनेस टू बिजनेस (B2B) मार्केट की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स यूनिकॉर्न कंपनी उड़ान (E-Commerce Unicorn Company Udaan) अपने कर्मचारियों को लेकर बड़ा फैसला ले सकती है. हाल ही में Udaan ने अपने शेयरहोल्डर्स और बॉन्डहोल्डर्स से कन्वर्टिबल नोट्स और डेट के रूप में 12 करोड़ डॉलर जुटाए हैं. बताया जा रहा है कि अब Udaan अपने 10 फीसदी लगभग 350 कर्मचारियों की छंटनी करने की तैयारी में है.
इन वर्करों की होगी छंटनी
अभी Udaan के पेरोल पर लगभग 3000 कर्मचारी काम करते हैं. वहीं करीब 10,000-12,000 लोग आउटसोर्सिंग फर्मों के जरिए कॉन्ट्रैक्ट पर कंपनी के लिए काम करते हैं. कंपनी अपने गोदामों की संख्या में भी कटौती कर रही है. इन गोदामों में लोडिंग-अनलोडिंग और पैकजिंग के लिए कॉन्ट्रैक्टों पर काम कर रहें वर्करों की भी छंटनी की जा सकती है.
कंपनी में होगी दूसरी छंटनी
पिछले कुछ महीनों में Udaan की जाने वाली दूसरी छंटनी है. कंपनी ने करीब 180 कर्मचारियों की छंटनी की थी. कंपनी मुनाफे में आने के लिए यह कवायद चल रही है. पिछले महीने कंपनी के कर्मचारियों को भेजे ई-मेल में कंपनी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर आदित्य पांडे का कहना है कि कंपनी अगले 12-18 महीने में लिस्टिंग की तैयारी में है. Udaan की यूनिट इकोनॉमी में लगभग 1000 बेसिस प्वाइंट का सुधार देखने को मिला है.
इन्हे मिलेगी नियक्ति
मालूम हो कि कंपनी बहुत सारे लोगों को नियुक्त कर सकती है. जिसमें कुछ फील्ड पर काम करते हैं. साथ ही किराना स्टोरों को Udaan प्लेटफॉर्म का उपयोग करने के बारे में भी जानकारी देते हैं. ऐसे लोगों को आम तौर पर 6-12 महीने के कॉन्ट्रैक्ट पर रखा जाता है. इसमें डिजिटलाइजेशन की प्रक्रिया के बाद कॉन्ट्रैक्ट का रीएन्यूबल नहीं किया हैं.
4 तिमाहियों में जुटाए 35 करोड़ डॉलर
मालूम हो कि पिछले 4 तिमाहियों में Udaan ने डेट और कन्वर्टिबल नोट के जरिए 35 करोड़ डॉलर जुटाए है. कंपनी ने पिछली बार जनवरी 2022 में इक्विटी फंड रेजिंग की थी. इसके लिए इसका वैल्यूएशन 1.3 अरब डॉलर किया था. Udaan में निवेश करने वालो में DST Global, Lightspeed Venture Partners, और GGV Capital जैसे नाम शामिल है.
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