Marriage Season: 14 नवंबर से शादियों का सीजन शुरू, 25 लाख शादियों से 3 लाख करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान
Marriage Economy: 14 नवम्बर से एक महीने तक शादियों का सीजन शुरू हो रहा है. देश भर में लगभग 25 लाख शादियां होने का अनुमान है. इस सीजन में लगभग 3 लाख करोड़ रुपए से अधिक का व्यापार हो सकता है.
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Marriage Season: त्योहारी सीजन में हुए जोरदार व्यापार से उत्साहित दिल्ली सहित देश भर के व्यापारी अब शादियों के सीजन के इंतजार में है. उन्हें उम्मीद है कि 14 नवम्बर से 13 दिसम्बर तक एक महीने का शादियों का पहला चरण शुरू होगा जिसमें देश भर में लगभग 25 लाख शादियों के होने का अनुमान है. माना जा रहा है इस सीजन में लगभग 3 लाख करोड़ रुपए से अधिक का व्यापार हो सकता है. कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के मुताबिक देश की राजधानी दिल्ली में इस सीजन में लगभग 1.5 लाख से ज्यादा शादियों के होने का अनुमान है. जिससे दिल्ली में ही लगभग 50 हज़ार करोड़ रुपए के व्यापार की सम्भावना है.
शादियों के सीजन से मिलेगी इकॉनमी को रफ्तार
दरअसल दो वर्षों में कोविड एवं शादियों की बेहद कम मुहूर्त के दिन होने तथा सरकार द्वारा लगाए अनेक प्रतिबंधों के चलते शादियाँ बहुत ही छोटे स्केल पर तथा कम संख्या में हुई थी. कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा की शादियों के सीजन के अच्छे व्यापार की संभावनाओं को देखते हुए देशभर के व्यापारियों ने व्यापक तैयारियां की हैं और दिवाली पर्व पर हुए रिकॉर्ड कारोबार से उपजे उत्साह को बाज़ारों में बरकरार रखने के सभी प्रबंध किये जा रहे हैं. शादियों के सीजन से पहले जहां घरों की मरम्मत एवं घरों की पुताई का व्यापार बड़ी मात्रा में होता है. वहीं ज्वेलरी, साड़ियां,लहंगे -चुन्नी, रेडीमेड गारमेंट्स, कपड़े, फुटवियर, शादी एवं ग्रीटिंग कार्ड, ड्राई फ्रूट, मिठाइयां,फल, शादियों में इस्तेमाल होने वाला पूजा का सामान, किराना, खाद्यान, डेकोरेशन के आइटम्स, बिजली का उपयोगी सामान, इलेक्ट्रॉनिक्स तथा उपहार में देने वाली अनेक वस्तुओंका व्यापार बड़ी मात्रा में होने की उम्मीद है.
शादी की इकॉनमी
दिल्ली सहित देश भर में बैंक्वेट हाल, होटल, खुले लॉन, फार्म हाउस एवं शादियों के लिए अन्य अनेक प्रकार के स्थान पूरी तरह तैयार हैं. प्रत्येक शादी में सामान की खरीदारी के अलावा अनेक प्रकार की सर्विस भी जुड़े होते हैं जिसमें टेंट डेकोरेटर, फूल की सजावट करने वाले लोग, क्रॉकरी, कैटरिंग सर्विस, ट्रेवल सर्विस, कैब सर्विस, स्वागत करने वाले प्रोफेशनल समूह, सब्जी विक्रेता, फोटोग्राफर, वीडियोग्राफर, बैंड-बाजा, शहनाई, आर्केस्ट्रा, डीजे, बारात के लिए घोड़े, बग्घी, लाइट वाले सहित अन्य अनेक प्रकार की सर्विस के इस बार बड़ा व्यापार करने की सम्भावना है. इसके साथ ही इवेंट मैनज्मेंट भी एक बड़े व्यापार के रूप में उभरा है.
जानिए कितना लोग करेंगे शादी में खर्च
कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के मुताबिक एक महीने के शादी के सीज़न में लगभग 5 लाख शादियों में प्रत्येक शादी में लगभग 2 लाख रुपए खर्च होंगे. वहीं लगभग 5 लाख शादियों में प्रति शादी खर्च करीब 5 लाख प्रति शादी खर्च होने का अनुमान है. 10 लाख शादियाँ जिनमें 10 लाख प्रति शादी, 4 लाख शादियाँ जिनमें 25 लाख प्रति शादी , 50 हज़ार शादियाँ जिनमें लगभग 50 लाख प्रति शादी एवं 50 हजार शादियां ऐसी होंगी जिनमें 1 करोड़ या उससे अधिक रकम के खर्च होने का अनुमान है. इन सभी को मिला दें तो अगले एक महीने में शादी के सीजन में लगभग 3 लाख करोड़ रुपये का प्रवाह बाज़ारों में शादी की खरीदी के माध्यम से होगा.
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