Marriage Season To Boost Economy: 14 अप्रैल से देश में शादियों के सीजन की शुरुआत हो रही है जो कि 9 जुलाई तक चलने वाली है. इस शादी के सीजन में देश भर में लगभग 40 लाख शादियों होने की संभावना है. जिसके चलते ट्रेडर्स को लगभग 5 लाख करोड़ रुपए से अधिक का व्यापार होने का अनुमान है. ट्रेडर्स की संस्था कैट का अनुमान है कि केवल दिल्ली एनसीआर में 3 लाख शादियां होने का अनुमान है जिससे करीब 1 लाख करोड़ रुपए के व्यापार होने की संभावना है.
देश में कोरोना महामारी के दस्तक देने के बाद ये पहला शादियों का सीजन है जो कोरोना के प्रतिंबध पूरी तरह हटने के बाद होने जा रहा है. ऐसे में दिल्ली सहित देश भर के ट्रेडर्स कोरोना से हुए व्यापार के नुकसान की कुछ भरपाई होने की उम्मीद पाले हुए हैं. पिछले दो सालों से कोविड एवं शादियों के बेहद कम मुहूर्त के दिन होने और सरकार द्वारा लगाए कोरोना प्रतिबंधों के चलते शादियां बहुत ही छोटे स्केल पर तथा कम संख्या में हुई थी.
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि इस तीन महीने के शादी के सीज़न में लगभग 5 लाख शादियों में प्रत्येक शादी में लगभग 2 लाख रुपए खर्च होंगे वहीं लगभग 10 लाख शादियों में प्रति शादी खर्च लगभग 5 लाख प्रति शादी होगा ,10 लाख शादियाँ जिनमें 10 लाख प्रति शादी, 5 लाख शादियां जिनमें 15 लाख रुपये प्रति शादी, 5 लाख शादियाँ जिनमें 20 लाख प्रति शादी , 4 लाख शादी जिनमें 25 लाख प्रति शादी, 50 हज़ार शादियाँ जिनमें लगभग 50 लाख प्रति शादी एवं 50 हजार शादियां ऐसी होंगी जिनमें 1 करोड़ या उससे अधिक धन खर्च होगा. कुल मिलाकर इस शादी के सीजन में लगभग 5 लाख करोड़ रुपये का प्रवाह बाज़ारों में शादी की खरीदी के माध्यम से होगा.
प्रवीण खंडेलवाल ने बताया, शादियों के सीजन से पहले जहां घरों की मरम्मत एवं पैंट आदि का व्यापार बड़ी मात्रा में होता है. वहीं ख़ास तौर पर ज्वेलरी, साड़ियां,लहंगे -चुन्नी, रेडीमेड गारमेंट्स, कपड़े, फुटवियर, शादी एवं ग्रीटिंग कार्ड, ड्राई फ्रूट, मिठाइयां,फल, शादियों में इस्तेमाल होने वाला पूजा का सामान, किराना, खाद्यान, डेकोरेशन के आइटम्स, बिजली का उपयोगी सामान, इलेक्ट्रॉनिक्स तथा उपहार में देने वाली अनेक वस्तुओं का व्यापार बड़ी मात्रा में होने के आसार हैं.
शादियों के सीजन का फायदा होटल्स, बैंक्वेट हाल, अनेक प्रकार की सर्विस को भी बड़ा व्यापार मिलता हैं जिसमें टेंट डेकोरेटर, फूल की सजावट करने वाले शामिल है. जो कोरोना महामारी के दौरान बहुत ज्यादा संकट झेला है. जाहिर है इस शादी के सीजन का अर्थव्यवस्था को फायदा मिलेगा. इससे मांग बढ़ाने में मदद मिलेगी जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.
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