देश की सबसे बड़ी ऑटो कंपनी मारुति सुजुकी एक बार फिर डीजल सेगमेंट में उतरने की तैयारी कर रही है. दरअसल एसयूवी और मल्टी पर्पज व्हेकिल यानी एमपीवी सेगमेंट की बिक्री में आ रही गिरावट को देखते हुए मारुति सुजुकी ने यह फैसला किया है. बीएस-6 उत्सर्जन मानकों के कड़ा होने के बाद अप्रैल में डीजल कारों का निर्माण बंद करने का फैसला किया गया था. पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि कंपनी ने डीजल कारों का निर्माण शुरू करने के लिए मानेसर स्थित अपने पावरट्रेन प्लांट को अपग्रेड करना शुरू कर दिया है ताकि वह बीएस-6 डीजल इंजन कारों को बाजार में उतारना शुरू करे. अगले साल फेस्टिवल सीजन के दौरान मारुति अपनी डीजल कारों को बाजार में उतार सकती है.


अर्टिगा और विटारा ब्रेजा से हो सकती है डीजल वैरिएंट की शुरुआत 


कंपनी घरेलू बाजार में अर्टिगा और विटारा ब्रेजा के डीजल वेरिएंट के साथ इस सेगमेंट की फिर से शुरुआत कर सकती है. पिछले साल मारुति सुजुकी इंडिया के अध्यक्ष आरसी भार्गव ने घोषणा की थी कि कंपनी 1 अप्रैल, 2020 से सभी डीजल कारों को अपने पोर्टफोलियो से बाहर कर देगी. उनका कहना था कि बीएस-6 कंप्लायंट डीजल इंजन के आने से कारों की कीमतें अधिक बढ़ जाएगी. अगर इन कारों की मांग बढ़ी तो कंपनी इस सेगमेंट में दोबारा उतर सकती है.  इस साल जुलाई में भी कंपनी के सेल्स और मार्केटिंग के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर शशांक श्रीवास्तव ने संकेत दिया था कि डीजल इंजन वाली कारों की मांग बढ़ने पर कंपनी इस सेगमेंट में फिर उतर सकती है.


मारुति सुजुकी इंडिया की कुल बिक्री में डीजल इंजन कारों की हिस्सेदारी 23 फीसदी


मारुति सुजुकी इ़ंडिया की कुल बिक्री में डीजल कारों की 23 फीसदी हिस्सेदारी है. लेकिन इसकी बिक्री में आ रही कमी को इसने सीएनजी जैसे वैकल्पिक ईंधन वाली कारों के जरिये पूरा करने का फैसला किया था. लेकिन इस बीच, कंपनी की पारंपरिक कारों की बिक्री में आ रही गिरावट को देखते हुए इसने फिर से डीजल कार सेगमेंट में उतरने का फैसला किया है.


औद्योगिक उत्पादन आठ महीने के टॉप पर , बिजली और मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर चमके


नवंबर में लगातार दूसरे महीने रोजगार में गिरावट, 35 लाख लोग नौकरियों से बाहर