Mastercard: छंटनी की रेस में कूदा मास्टरकार्ड, दुनियाभर में नौकरी से निकाले जाएंगे कर्मचारी
Jobs Layoffs: पिछले वित्त वर्ष के अंत तक लगभग 33,400 कर्मचारी थे. कंपनी के तिमाही नतीजे भी उम्मीद से बेहतर रहे थे. इसके बावजूद कंपनी छंटनी करने जा रही है.
Jobs Layoffs: साल 2023 से ही कई दिग्गज कंपनियां अपने स्टाफ में लगातार कटौती करती जा रही हैं. अब मास्टरकार्ड (Mastercard) भी इसी रास्ते पर चल पड़ी है. कंपनी ने अपने ग्लोबल वर्कफोर्स में लगभग 3 फीसदी की कटौती का ऐलान किया है. कंपनी के इस फैसले का बुरा असर लगभग 1000 कर्मचारियों पर पड़ने वाला है.
वर्कफोर्स को फायदे वाली जगहों पर करेंगे तैनात
पेमेंट नेटवर्क मास्टरकार्ड इंक के प्रवक्ता ने शनिवार को कहा कि हम अपनी कंपनी में बड़े बदलाव करने जा रहे हैं. कारोबार में ग्रोथ के अलावा नई संभावनाएं भी तलाशी जा रही हैं. इसके लिए छंटनी करना बहुत जरूरी हो गया है. हम अपने वर्कफोर्स को भी एक जगह से दूसरी जगह तैनात करेंगे. हमारी कोशिश रहेगी कि जिन जगहों पर लोगों की ज्यादा जरूरत है, वहां वर्कफोर्स को तैनात किया जाए. इसके लिए छंटनी का रास्ता भी अपनाया जाएगा. उन्होंने बताया कि छंटनी की यह प्रक्रिया 30 सितंबर तक पूरी कर ली जाएगी.
कंपनी में लगभग 33,400 कर्मचारी, 1000 जाएंगे बाहर
न्यूयॉर्क की इस कंपनी में पिछले वित्त वर्ष के अंत तक लगभग 33,400 कर्मचारी थे. अगर कंपनी 3 फीसदी छंटनी करती है तो लगभग 1000 कर्मचारी निकाले जा सकते हैं. इनमें से लगभग 67 फीसदी अमेरिका से बाहर काम करते हैं. कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, उनका कारोबार लगभग 80 देशों में फैला हुआ है. इस वर्कफोर्स पर मास्टरकार्ड सालाना 6 अरब डॉलर खर्च करती है.
वॉल स्ट्रीट के अनुमान से बेहतर रहे थे तिमाही नतीजे
मास्टरकार्ड ने हाल ही में दूसरी तिमाही के नतीजे पेश किए थे. इनके मुताबिक, कंपनी का प्रदर्शन वॉल स्ट्रीट के अनुमान से बेहतर रहा था. हालांकि, कुल ऑपरेटिंग खर्च एक साल पहले की तुलना में लगभग 12 फीसदी बढ़कर 2.93 अरब डॉलर हो गया था. विश्लेषकों के साथ एक कॉन्फ्रेंस कॉल के दौरान मास्टरकार्ड के अधिकारियों ने कहा था कि कंपनी को तीसरी तिमाही के दौरान 190 मिलियन का वन टाइम रिस्ट्रक्चरिंग चार्ज मिलने की उम्मीद है.
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