फ्यूचर एंड ऑप्शंस सेगमेंट में ट्रेड करने वालों के लिए काम का अपडेट है. देश के सबसे बड़े नॉन-एग्री कमॉडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स ने फ्यूचर एंड ऑप्शंस ट्रेड के लिए शुल्क की दरों में बदलाव किया है. एमसीएक्स ने यह बदलाव बाजर नियामक सेबी के निर्देश के बाद किया है.


अब इतना हो गया एफएंडओ शुल्क


मल्टी कमॉडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एमसीएक्स) के द्वारा किए गए बदलाव के बाद फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट के लिए हर 1 लाख रुपये के टर्नओवर पर 2.10 रुपये का ट्रांजेक्शन शुल्क लगेगा. वहीं ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट के लिए प्रीमियम टर्नओवर वैल्यू में हर लाख रुपये पर 41.80 रुपये का शुल्क लगेगा. एमसीएक्स ने मंगलवार को एक सर्कुलर में नए चार्जेज की जानकारी दी. उसने कहा कि नए चार्जेज 1 अक्टूबर से लागू होंगे.


सेबी ने दिया था एमसीएक्स को यह निर्देश


दरअसल बाजार नियामक सेबी ने एफएंडओ चार्जेज को लेकर एमसीएक्स को निर्देश जारी किया था. सेबी ने उसे कहा था कि वह टिअर्ड फी सिस्टम की जगह फिक्स्ड ट्रांजेक्शन फी स्ट्रक्चर अपनाए. एमसीएक्स समेत कई मार्केट इंस्टीट्यूशन स्लैब बेस्ड फी स्ट्रक्चर के हिसाब से काम कर रहे थे. बाजार नियामक सेबी ने उस पर आपत्ति जाहिर की थी.


ट्रेडर्स के ऊपर कम होगा शुल्क का बोझ


सेबी का कहना था- स्लैब बेस्ड स्ट्रक्चर में ऐसा होने की आशंका है कि ट्रेडर से जितना शुल्क वसूला जाए, उतना भुगतान मार्केट इंस्टीट्यूशन को न मिले. इसे पारदर्शिता पर सवालिया निशान लगते हैं. इसी कारण बाजार नियामक ने यूनिफॉर्म फी स्ट्रक्चर को अपनाने के लिए कहा था. इससे ग्राहकों (एफएंडओ ट्रेडर्स) के लिए शुल्क के बोझ में कमी आने वाली है.


ट्रेडर्स को होता है इतना नुकसान


फ्यूचर एंड ऑप्शंस ट्रेड लगातार चर्चा में बना हुआ है. बाजार नियामक सेबी ने हाल ही में एक रिसर्च में चौंकाने वाले नतीजे शेयर किया है. सेबी की रिसर्च बताती है कि खुदरा ट्रेड करने वालों को हर 10 में से 9 एफएंडओ ट्रेड में नुकसान उठाना पड़ता है. सेबी की रिसर्च सामने आने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी एफएंडओ ट्रेड के मुद्दे को उठा चुके हैं.


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