Medplus Health IPO Listing: मेडप्लस हेल्थ की मेगा लिस्टिंग, स्टॉक एक्सचेंजों पर 34 फीसदी की बढ़त के साथ खुला आईपीओ
Medplus Health IPO: मेडप्लस हेल्थ सर्विसेज लिमिटेड के आईपीओ की Stock Exchanges पर 34 फीसदी की जबरदस्त हुई है.
Medplus Health IPO: फार्मेसी रिटेल चेन मेडप्लस हेल्थ सर्विसेज लिमिटेड के आईपीओ (Medplus Health Services IPO) की Stock Exchanges पर शानदार लिस्टिंग हुई है. मेडप्लस हेल्थ का शेयर करीब 34 फीसदी के उछाल के साथ 1062 रुपये पर लिस्ट हुआ और देखते ही देखते 1119 रुपये पर चला गया. फिलहाल शेयर 1100 रुपये के करीब ट्रेड कर रहा है. कंपनी ने 780-796 रुपये आईपीओ का प्राइस बैंड तय किया था.
Medplus Health IPO ने आईपीओ के जरिये 1,398 करोड़ रुपये जुटाये हैं. 13 से 15 दिसंबर तक आईपीओ खुला था. और 53 गुना आईपीओ ओवरसब्सक्राइब हुआ था. इस आईपीओ में 600 करोड़ रुपये के नए शेयर और प्रमोटर व मौजूदा शेयरधारकों के 798 करोड़ रुपये के शेयरों के लिए बिक्री पेशकश यानि OFS शामिल है. नए इश्यू से मिली धनराशि को कंपनी की सब्सिडियरी आप्टिवल की वर्किंग कैपिटल से जुड़ी जरूरतों को पूरा करने में इस्तेमाल किया जाएगा.
दूसरी सबसे बड़ी कंपनी
मेडप्लस की स्थापना गंगादि मधुकर रेड्डी ने वर्ष 2006 में की थी. ये कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर हैं. मेडप्लस कारोबारी साल 2021 में ऑपरेशन से रेवेन्यू और मार्च, 2021 तक स्टोर्स की संख्या के आधार पर भारत की दूसरी सबसे बड़ी फार्मेसी रिटेलर है.
यह फार्मास्युटिकल और वेलनेस प्रोडक्ट्स व होम और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स जैसे एफएमसीजी गुड्स सहित कई तरह के प्रोडक्ट्स की बेचती है. प्रमोटर्स गंगादि मधुकर रेड्डी, एजाइलमेड इन्वेस्टमेंट्स और लोन फुरो इन्वेस्टमेंट्स के पास कंपनी की 43.16 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
ग्रोथ की रणनीति
हाल में रेड्डी ने कहा था कि कंपनी ग्रोथ उसकी बिक्री और हर साल जुड़ने वाले स्टोर्स की संख्या पर निर्भर करती है. उन्होंने कहा था कि कोविड के बावजूद पिछले साल हमने 350 स्टोर जोड़े थे और इस साल कोविड की दूसरे लहर में दो महीने के लॉकडाउन के बावजूद पहली छमाही में हमने 350 स्टोर जोड़े थे, जिसका मतलब है कि हम इस साल 700 नए स्टोर जोड़ लेंगे. उन्होंने कहा कि रिटेल चेन प्राइवेट लेबल गुड्स से बिक्री बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है.
कंपनी का मुनाफा बढ़ा
मेडप्लस ने वित्त वर्ष 2021 में 63.11 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था, जबकि वित्त वर्ष 2020 में यह महज 1.79 करोड़ रुपये था. इस अवधि में कंपनी का आय 2,870.6 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,069.26 करोड़ रुपये हो गया है.