(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Burger King IPO: बर्गर किंग के आईपीओ को जबरदस्त रेस्पॉन्स, पहले ही दिन तीन गुना सब्सक्राइव्ड
बर्गर किंग के शेयर का प्राइस बैंड 59-60 रुपये है. आईपीओ का लॉट साइज 250 शेयरों का है.निवेशकों को कम से कम एक लॉट साइज खरीदना होगा.
बर्गर किंग के आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रेस्पॉन्स मिला है. पहले ही दिन इसे 3.13 गुना सब्सक्रिप्शन मिल गया. दो घंटे के भीतर यह पूरा आईपीओ सब्सक्राइव हो गया था. बर्गर किंग इस आईपीओ के जरिये 810 करोड़ रुपये जुटा रहा है. बर्गर किंग के शेयर का प्राइस बैंड 59-60 रुपये है. आईपीओ का लॉट साइज 250 शेयरों का है. निवेशकों को कम से कम एक लॉट साइज खरीदना होगा. बर्गर किंग के शेयरों का आवंटन 9 दिसंबर तक पूरा हो जाएगा. लिस्टिंग 14 दिसंबर तक हो सकती है.
बर्गर किंग के कारोबार में अच्छी संभावना
बर्गर किंग इंडिया भारत में बर्गर किंग ब्रांड की मास्टर फ्रैंचाइजी है. दुनिया भर में यह दूसरा बड़ा बर्गर ब्रांड है. दुनिया के 100 देशों में इसके 18,675 रेस्तरां हैं.भारत में बर्गर किंग अभी मुनाफा दर्ज नहीं करा पाई है. 20 सितंबर को खत्म हुई छमाही में इसका घाटा 118.9 करोड़ रुपये का था. लेकिन कंपनी की संभावना अच्छी है और आगे यह मुनाफा कमा सकती है. कंपनी का राजस्व 135 करोड़ रुपये का है.
इस साल भी बढ़िया रहेगा आईपीओ का बाजार
इस साल दिसंबर तक आईपीओ का बाजार काफी अच्छा रहा है. बर्गर किंग को मिले सब्सक्रिप्शन से आने वाले दिनों में इसकी चमक और बढ़ने की संभावना है. साफ है कि अर्थव्यवस्था में सकारात्मक रुझान देखने को मिल सकता है और आगे निवेशकों का बाजार में विश्वास बढ़ सकता है. 2020 में 12 आईपीओ के जरिये करीब 25,000 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं. 2019 के पूरे साल में 16 आईपीओ के जरिये 12,362 करोड़ रुपये जुटाए गए थे. 2018 में 24 कंपनियों ने आईपीओ से 30,959 करोड़ रुपये जुटाए थे. इस साल यानी 2020 में अबतक कंपनियों ने आईपीओ से 25,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं.
पीटीआई की एक खबर के मुताबिक जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि इस साल आईपीओ के जरिये पिछले वर्ष की तुलना में अधिक राशि जुटाई गई है. इसकी प्रमुख वजह है कि अर्थव्यवस्था में गिरावट के बावजूद कंपनियां और खुदरा निवेशक प्राथमिक बाजार को लेकर रुचि दिखा रहे हैं. इसके अलावा कंपनियां अनिश्चितताओं की वजह से भी अपनी आगे की जरूरतों के लिए पूंजी जुटाना चाहती हैं. इकनॉमिक टाइम्स की एक खबर के मुताबिक जो कंपनियां आईपीओ ला सकती हैं उनमें सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक, ESAF स्मॉल फाइनेंस बैंक, नजारा टेक्नोलॉजिज, रेलटेल, कल्याण ज्वैलर्स और एंटनी वेस्ट मैनेजमेंट शामिल हैं.
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