दो लाख रुपये से अधिक राशि भेजने के लिये उपयोग होने वाली रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (आरटीजीएस ) आज दोपहर दो बजे तक के लिये उपलब्ध नहीं होगी. आरबीआई द्वारा पूर्व में जारी बयान के अनुसार ये सेवा 18 अप्रैल 2021, को रात 12 बजे (शनिवार रात) से दोपहर दो बजे (रविवार तक) तक 14 घंटे के लिए उपलब्ध नहीं होगी. इसकी तकनीक में अपग्रेड करने के चलते ग्राहक इस दौरान इस सेवा का लाभ नहीं उठा पाएंगे. हालांकि इस दौरान नैशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रान्स्फर (एनइएफटी) के द्वारा फंड ट्रान्स्फर की सेवा सुचारू रूप से चलेगी.


भारतीय रिजर्व बैंक ने पहले ही ट्वीट करके इसकी जानकारी दे दी थी. आरबीआई द्वारा जारी बयान के अनुसार, "आरटीजीएस सेवा 18 अप्रैल 2021, को 00:00 बजे (शनिवार रात) से 14.00 बजे (रविवार तक) तक उपलब्ध नहीं होगी. इसका कारण ‘डिजास्टर रिकवरी’ समय को और बेहतर करने के लिए तकनीकी रूप से इसे उन्नत बनाना है. वहीं 2 लाख रुपये तक के लेन-देन के लिये उपयोग होने वाला नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड्स ट्रांसफर (एनईएफटी) पहले की तरह काम करता रहेगा."


क्या है आरटीजीएस?


आरटीजीएस का मतलब है रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट सिस्टम. 'रियल टाइम' का मतलब है जैसे ही आप पैसा ट्रांसफर करें, कुछ ही देर में वह खाते में पहुंच जाए. इसके जरिए दो लाख रुपये से 10 लाख रुपये तक की राशि ट्रांसफर करने की सुविधा मिलती है. छह जून 2019 को आरबीआई ने आम जनता को बड़ा तोहफा देते हुए आरटीजीएस व एनईएफटी को निशुल्क कर दिया था. बता दें कि, आरटीजीएस और एनईएफटी एक सेंट्रलाइज्ड पेमेंट सिस्टम है. 


मौद्रिक नीति समिति की समीक्षा बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक ने एलान किया था कि अब ग्राहकों को रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट सिस्टम और नेशनल इलेक्ट्रिक फंड ट्रांसफर (NEFT) के जरिए लेनदेन करने के लिए बैंकों के ऊपर पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है, और इसका दायरा बैंकों से आगे बढ़ा दिया है. शक्तिकांत दास ने एलान किया था कि ये सुविधा अब नॉन बैंकिग पेमेंट सिस्टम ऑपरेटर्स भी दे सकेंगे.


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