सेबी ने मार्जिन के नियम बदल दिए हैं. अब शेयर बाजार में कैश सेगमेंट में भी अपफ्रंट मार्जिन लगेगा. अब इसमें कम से कम 22 फीसदी मार्जिन देना होगा.अब T+2 सेटलमेंट के बाद ही पैसे का इस्तेमाल हो सकेगा. इससे नया सौदा दो दिन बाद ही हो सकेगा. इसका मतलब यह हुआ कि अगर मंगलवार को शेयर बेचा है तो गुरुवार को ही नया सौदा किया जा सकेगा. एनएसई और बीएसई ने शनिवार को इस पर FAQ जारी किया है. मार्जिन के नए नियम चरणों में लागू होंगे. 1 अगस्त से नए नियम लागू होने शुरू होंगे.
ब्रोकर्स ने कहा, नए नियम से बढ़ेगी करेक्शन की मुश्किलें
ब्रोकर्स का कहना है कि इससे मार्जिन कलेक्शन के तरीके की मुश्किलें बढ़ जाएंगीं. नए नियम से डिलीवरी के बेचने पर मार्जिन को लेकर जताई चिंता जताई जा रही है. डिलीवरी वाले शेयरों पर कोई मार्जिन नहीं होना चाहिए. उनका कहना है कि पांच लाख रुपए तक के सौदों पर कोई मार्जिन ना हो. नए नियमों से कैश में वॉल्यूम पर असर पड़ सकता है. कोरोना के कारण छोटे ट्रेडर्स और ब्रोकर पहले से ही परेशान हैं.इससे पहले सेबी ने मार्च में बाजार में उथल-पुथल पर लगाम लगाने, व्यवस्थित व्यापार और निपटान का काम ठीक कराने लिए नए नियम बनाए थे.