किसी भी वित्तीय संकट के लिए इमरजेंसी फंड बना कर रखना बेहद अहम है. कोरोनावायरस संक्रमण की वजह से लोगों की कमाई घटने, नौकरी जाने और दूसरी वित्तीय दिक्कतें बढ़ी है. ऐसे में लोगों में इमरजेंसी फंड के बारे में जागरुकता बढ़ी है. यह फंड आपको वित्तीय दिक्कतों से सामना करने में मदद करता है. इमजरेंसी फंड बनाने में इमरजेंसी फंड रेश्यो मददगार होता है. लिहाजा इस बारे में जानकारी जरूरी है. इमरजेंसी फंड रेश्यो को लिक्विडिटी रेश्यो भी कहा जाता है. यह वह रेश्यो है जो बताता है कि कोई व्यक्ति अपना घर खर्च पूरा करने के लिए मौजूदा एसेट को कितनी आसानी से कैश में तब्दील कर सकता है.
इस तरह निकालें इमरजेंसी फंड रेश्यो
इस रेश्यो को निकालने का आसान तरीका यह है कि आप अपने घर के कुल लिक्विड एसेट की पूरी कीमत को अपने घर के मासिक खर्च से भाग देते हैं. इस तरह आपको इमरजेंसी फंड रेश्यो मिल जाता है. यह रेश्यो बताता है कि कोई घर इनकम रुक जाने या खत्म हो जाने की स्थिति में कितना तैयार है. इसका अनुपात जितना ज्यादा होगा. वह घर उतना ही इमजेंसी का सामना करने को तैयार होगा. कम फंड रेश्यो का मतलब है कि लिक्विड एसेट के मुकाबले घर का खर्च ज्यादा है.
कैसे बनाएं इमरजेंसी फंड रेश्यो
एक्सपर्ट्स का कहना है कि लोगों को कम से कम छह महीने के खर्च के बराबर का इमरजेंसी फंड तैयार करना चाहिए. इमरजेंसी फंड को आप अपनी जरूरत के हिसाब से तैयार कर सकते हैं. इसे एक प्लान बना कर तैयार करना चाहिए. छोटी-छोटी बचत से एक बढ़िया इमरजेंसी फंड तैयार हो सकता है. इमरजेंसी फंड बनाते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि उस घर में कितने सदस्य हैं. वे कितना कमाते हैं और उनका खर्च कितना है. फाइनेंशियल प्लानिंग में इमरजेंसी फंड की काफी ज्यादा अहमियत है. लिहाजा इसे किसी भी हालत में इसे नजरअंदाज न करें.