Meta layoffs: मेटा के फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप में आज से छंटनी, करीब 10 फीसदी एंप्लाइज की जाएगी नौकरी
Meta layoffs: सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा के कर्मचारियों को आज से छंटनी का सामना करना पड़ेगा क्योंकि इसकी लागत कम करने की रणनीति के तहत मार्क जुकरबर्ग ने ये फैसला किया है.
Meta layoffs: फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप कंपनियों की पैरेंट कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म्स पर आज 9 नवंबर से छंटनी शुरू हो जाएगी. कंपनी की कॉस्ट कटिंग रणनीति के तहत ये छंटनी की जा रही है. पिछले कुछ समय से कंपनी का मुनाफा घट रहा है और बिक्री में गिरावट आ रही है, लिहाजा इस छंटनी की रणनीति को अपनाया जा रहा है. मामले से जुड़ी जानकारी रखने वाले लोगों ने ये दावा किया है.
आज से एंप्लाइज को छंटनी के नोटिफिकेशन मिलना शुरू होंगे
अपने एग्जीक्यूटिव्स को छंटनी के लिए तैयार रहने के क्रम में मार्क जुकरबर्ग ने उनसे 8 नवंबर को बात की है और कहा है कि इससे प्रभावित होने वाले कर्मचारियों को 9 नवंबर से नोटिफिकेशन मिलना शुरू हो जाएंगे. नाम ना बताने की शर्त पर कुछ लोगों ने ये जानकारी दी है.
जुकरबर्ग ने मेटा के बिजनेस में लिए गए गलत कदमों की जिम्मेदारी ली- वॉल स्ट्रीट जर्नल का दावा
हाल ही में वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक ये दावा किया गया है कि मार्क जुकरबर्ग ने एक एग्जीक्यूटिव कॉल के दौरान कारोबार में लिए गए गलत कदमों की जिम्मेदारी स्वीकार की है. हालांकि ब्लूमबर्ग की इस मामले पर जवाब लेने की कोशिशों का मेटा के प्रवक्ता ने तत्काल कोई जवाब नहीं दिया है.
सितंबर में ही दे दिए गए थे छंटनी के संकेत
सितंबर के आखिर में मेटा के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर मार्क जुकरबर्ग ने कंपनी के स्टाफ को ये सूचना दी थी कि मेटा अपना खर्च घटाने वाली है और इसके लिए टीमों की पहचान करने वाली है. इसके अलावा कंपनी ने नई भर्तियों को भी फ्रीज कर दिया है. मेटा के सीईओ ने ये भी कहा था कि साल 2023 में मेटा अपने कर्मचारियों की संख्या साल 2022 के मुकाबले कम रखने वाली है. सितंबर के आखिर में मार्क जुकरबर्ग ने कहा भी था कि हाल के समय में हमारे रेवेन्यू में बढ़ोतरी नहीं हुई और ये पहली बार कुछ गिरावट पर हैं, तो हमें तालमेल बिठाना होगा.
कंपनी के करीब 10 फीसदी कार्यबल को कम किया जा सकता है
सितंबर के अंत तक मेटा के 87,000 कर्मचारी बताए गए हैं और इनमें से करीब 10 फीसदी कार्यबल को कम किया जा सकता है. फेसबुक की साल 2004 में स्थापना के बाद इसके बजट में पहली बार इस तरह की कटौती करना इस कंपनी के डिजिटल एडवर्टाइजिंग रेवेन्यू में गिरावट को साफ दिखाता है. ये इस बात का भी संकेत है कि अर्थव्यवस्था मंदी की कगार पर आ चुकी है और मेटा के वर्चुअल रियल्टी सेगमेंट मेटावर्स में जुकरबर्ग ज्यादा निवेश कर रहे हैं.
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