नई दिल्लीः दिल्ली मेट्रो रेल कार्पोरेशन (डीएमआरसी) ने पार्किंग चार्जेज में बढ़ोतरी कर दी है. नई दरें आने वाली एक मई से लागू होंगी. डीएमआरसी की ओर से आज जारी नई पार्किंग दरों के अनुसार पहले छह घंटे के लिये 4 व्हीलर व्हीकल्स का पार्किंग शुल्क 20 रुपये से बढ़ाकर 30 रुपये कर दिया गया है. जबकि इस श्रेणी में 2 व्हीलर वाहनों का पार्किंग शुल्क 10 रुपये से बढ़ाकर 15 रुपये और साइकिल के लिये तीन रुपये से बढ़ाकर पांच रुपये कर दिया गया है.

दरअसल पिछले साल अक्टूबर में डीएमआरसी ने मेट्रो के किरायों में बढ़ोतरी कर दी थी और दिल्ली मेट्रो के किराये में बढ़ोतरी के बाद हर रोज मेट्रो से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में तीन लाख से ज्यादा की कमी आ गई थी. हालांकि धीरे-धीरे इस स्थिति में सुधार देखा गया था.

छह से 12 घंटे तक के लिए ये हैं नई दरें
दूसरी श्रेणी में छह से 12 घंटे तक मेट्रो की पार्किंग में चार पहिया वाहन खड़ा करने पर 30 रुपये की जगह अब 50 रुपये, दो पहिया वाहनों के लिये 15 रुपये की जगह 25 रुपये और साइकिल पर चार रुपये की जगह पांच रुपये पार्किंग शुल्क लगेगा.

12 घंटे से ज्यादा समय के लिए नई पार्किंग चार्जेज की दरें
तीसरी श्रेणी में 12 घंटे से ज्यादा समय तक चार पहिया वाहन खड़ा करने पर पार्किंग शुल्क 40 रुपये से बढ़ाकर 60 रुपये, दो पहिया वाहन के लिये 20 रुपये से बढ़ाकर 30 रुपये और साइकिल के लिये पांच रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये कर दिया गया है.

मासिक शुल्क
नई पार्किंग दरों में मासिक शुल्क भी शामिल है. इसके तहत चार पहिया वाहनों के लिये मासिक पार्किंग शुल्क एक हजार रुपये से बढ़ाकर 1200 रुपये, दो पहिया वाहनों के लिये 475 रुपये से बढ़ाकर 600 रुपये और साइकिल के लिये 45 रुपये से बढ़ाकर 70 रुपये कर दिया गया है.

रात के समय वाहन खड़ा करना भी अब मंहगा
मेट्रो की पार्किंग में रात के समय वाहन खड़ा करना भी अब मंहगा हो जायेगा. रात को 12 बजे से सुबह पांच बजे तक चार पहिया वाहन खड़ा करने पर पार्किंग शुल्क 40 रुपये से बढ़ाकर 60 रुपये, दो पहिया वाहन के लिये 20 रुपये से बढ़ाकर 30 रुपये और साइकिल के लिये पांच रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये कर दिया गया है.

पांच साल बाद किया गया पार्किंग शुल्क में बदलाव
डीएमआरसी की ओर से स्पष्ट किया गया है कि पार्किंग शुल्क में बदलाव पांच साल बाद किया गया है. मेट्रो का दावा है कि पार्किंग शुल्क में इजाफे के बाद भी अन्य स्थानीय निकायों के पार्किंग शुल्क की तुलना में मेट्रो की पार्किंग अभी भी सबसे सस्ती है.