Michong Cyclone: मिचोंग तूफान अपने साथ उड़ा ले गया 11 हजार करोड़ रुपये का कारोबार, छोटे कारोबारियों की कमर टूटी
Michong Cyclone: मिचोंग तूफान के गुजर जाने के बाद रोजाना नुकसान के अलग-अलग आंकड़े आ रहे हैं. अब यह अनुमान लगाया गया है कि छोटे कारोबारियों को सबसे ज्यादा घाटा हुआ है.
Michong Cyclone: तमिलनाडु के कई हिस्सों को उजाड़कर चला गया मिचोंग तूफान अपने पीछे बर्बादी के मंजर छोड़ गया है. पिछले हफ्ते देश से टकराए इस तूफान ने चेन्नई और उसके आसपास के इलाकों को काफी नुकसान पहुंचाया है. इससे चेन्नई और नजदीकी इलाकों के छोटे कारोबारियों को 11 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा का नुकसान हुआ है.
चेन्नई और उसके आसपास 3.5 लाख छोटे उद्योग
चेन्नई स्थित छोटे कारोबारियों की संस्था एसोसिएशन ऑफ इंडियन एंट्ररप्रेन्योर्स (AIE) के अनुसार, चेन्नई को बहुत ज्यादा नुकसान झेलना पड़ा है इसके अलावा कांचीपुरम, तिरुवल्लुर और चेंगलपट्टू जिलों में काफी बर्बादी हुई है. यहां करीब 3.5 लाख छोटे उद्योग हैं. इन चार जिलों में 25 लाख से ज्यादा आबादी इस तूफान से प्रभवित हुई है. लघु एवं माध्यम उद्योगों में काम करने वाले कर्मचारी, स्ट्रीट वेंडर, दिहाड़ी मजदूर, ऑटो एवं टैक्सी ड्राइवर, कॉन्ट्रेक्टर्स और छोटे दुकानदारों पर इसकी तगड़ी मार पड़ी है.
तीन महीनों के लिए टैक्स माफ हों और सस्ता लोन दे सरकार
एआईई ने सरकार से मांग की है कि तीन महीनों के लिए इन चार जिलों में जल, संपत्ति और सफाई टैक्स को माफ कर दिया जाए. इसके अलावा तमिलनाडु इंडस्ट्रियल इनवेस्टमेंट कॉरपोरशन को लघु एवं मध्यम कारोबारियों की मदद के लिए कम ब्याज दरों पर लोन की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि वह अपने धंधों को दोबारा खड़ा कर सकें और मशीनरी रिपेयर कर सकें. आरबीआई को भी हमारी मदद के लिए आगे आना चाहिए.
इंश्योरेंस कंपनियों को देना पड़ेगा ज्यादा क्लेम
मिचोंग तूफान आंध्र प्रदेश से 5 दिसंबर को टकराया था. इसकी वजह से 6 दिसंबर से चेन्नई और उसके आसपास के इलाकों में मूसलाधार बारिश हुई और ज्यादातर इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए थे. इन इलाकों में डेमलर, हुंडई मोटर्स, फॉक्सकॉन और पेगाट्रॉन जैसी कंपनियों का भी बड़ा कारोबार है. बड़ी कंपनियों ने तो अपना काम दोबारा से शुरू कर दिया है. मगर, छोटी कंपनियां मुसीबत से उबर पाने में सफल नहीं रही हैं. हालांकि, तमिलनाडु सरकार ने सिर्फ 967 करोड़ रुपये के नुकसान का एक अनुमान लगाया है. अभी जैसे-जैसे लोग अपनी-अपनी मशीनरी की इंश्योरेंस कंपनियों से जांच करवाएंगे वैसे-वैसे यह आंकड़ा बढ़ता ही जाएगा.
ये भी पढ़ें
Demat Account: आपका भी है डीमैट अकाउंट तो 31 दिसंबर तक जरूर निपटा लें ये काम, वरना बंद हो जाएगा खाता