नई दिल्ली: दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में शामिल और सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंटर बिल गेट्स ने कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि गेट्स माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला के साथ तकनीकी सलाहकार के रूप में काम करते रहेंगे. शुक्रवार को माइक्रोसॉफ्ट ने इस बात की जानकारी दी.


बिल गेट्स सामाजिक कार्यों को ज्यादा समय देना चाहते हैं. माइक्रोसॉफ्ट की ओर से बताया गया कि गेट्स वैश्विक स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए ज्यादा काम करना चाहते हैं और इसीलिए उन्होंने कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से इस्तीफा दिया है. बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन को ज्यादा समय देने के लिए गेट्स पहले ही कंपनी के रोजाना कामों से अलग हो गए थे.


बिल गेट्स कॉलेज से निकलकर न्यू मैक्सिको में अल्बुकर्क चले गए, जहां उन्होंने अपने बचपन के दोस्त पॉल एलन के साथ माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना की. उनका बड़ा ब्रेक 1980 में आया जब माइक्रोसॉफ्ट ने एमएस-डीओएस के रूप में ऑपरेटिंग सिस्टम के निर्माण के लिए आईबीएम के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए.


माइक्रोसॉफ्ट 1986 में सार्वजनिक हो गया और एक साल के अंदर बिल गेट्स 31 साल की उम्र में सबसे कम उम्र के अरबपति बन गए. गेट्स ने 2004 से बर्कशायर बोर्ड में काम किया है, लेकिन वह अपना ज्यादा समय सामाजिक कार्यों के लिए समर्पित करते हैं. बिल गेट्स और उनकी पत्नी, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के साथ काम कर रहे हैं.


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