Microsoft में एक तरफ छंटनी तो दूसरी ओर भारी निवेश, ChatGPT डेवलपर OpenAI में 10 अरब डॉलर लगाएगी कंपनी
Microsoft: दुनिया की सबसे बड़ी टेक दिग्गज कंपनियों में से एक माइक्रोसॉफ्ट ने जहां एक तरफ 10 हजार से ज्यादा एंप्लाइज को छंटनी से हटाने का फैसला किया, वहीं अब ये AI कंपनी में भारी पैसा लगाने जा रही है.
Microsoft: माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प ने सोमवार को एलान किया है कि वो ओपनएआई में अरबों डॉलर का निवेश आने वाले कई सालों में करने जा रही है. ओपनआई एआई-संचालित चैटजीपीटी के डेवलपर के रूप में काम करती है. टेक दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट ने आने वाले सालों में करीब 10,000 अरब डॉलर तक का निवेश ओपनआई में करने की योजना है. मामले की जानकारी रखने वाले एक शख्स ने इस बात को बताया है. बता दें कि 2019 में ओपनएआई में 1 अरब डॉलर का निवेश पहले भी माइक्रोसॉफ्ट कर चुकी है.
10,000 लोगों को निकाल रही है माइक्रोसॉफ्ट
ये खबर ऐसे समय में आई है जब कंपनी ने बीते हफ्ते 10,000 कर्मचारियों को निकाल दिया है. माइक्रोसॉफ्ट ने इसके पीछे कमजोर आर्थिक संकेतों, मंदी और गिरती सॉफ्टवेयर डिमांड को वजह बताया है. माइक्रोसॉफ्ट ने आने वाले समय में मुख्य क्षेत्रों में निवेश जारी रखने की बात उस समय भी कही थी और ये ओपनआई में 10 अरब डॉलर तक की निवेश योजना उसी का हिस्सा हो सकती है.
माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और सीईओ सत्या नडेला ने क्या कहा
माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और सीईओ सत्या नडेला ने कहा हमने ओपनएआई के साथ अपनी साझेदारी का गठन इसलिए किया है जिससे एआई रिसर्च को जिम्मेदारी से आगे बढ़ाने और एआई को एक नए टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म के रूप में लोकतांत्रित करने के लिए एक साझा महत्वाकांक्षा पर काम कर सकें. Microsoft ने कहा कि वह आने वाले हफ्तों में 10,000 कर्मचारियों की छंटनी करेगा और एआई जैसी नई प्राथमिकताओं में निवेश को फिर से नियुक्त करेगा.
ओपनएआई ने क्या कहा
ओपनएआई ने एक बयान में कहा कि माइक्रोसॉफ्ट का निवेश हमारी स्वतंत्र रिसर्च को आगे बढ़ाने और ऐसे एआई डेवलप करने में मदद करेगा तेजी से सुरक्षित, उपयोगी और शक्तिशाली रूप में उभर सकते हैं और लोगों को फायदा पहुंचा सकते हैं.
एक तरफ छंटनी, दूसरी तरफ आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस में पैसा लगा रही माइक्रोसॉफ्ट
माइक्रोसॉफ्ट ने एक तरफ तो 10,000 से ज्यादा एंप्लाइज को कंपनी से बाहर करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और दूसरी तरफ वो आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस की डेवलपलिंग कंपनी में इतना भारीभरकम निवेश कर रही है. 10 अरब डॉलर की रकम किसी आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस (एआई) की कंपनी में लगाना और मानव कार्यक्षमता (ह्यूमन वर्कफोर्स) को नौकरी से बाहर करना किस ओर इशारा कर रही है, ये समझने की जरूरत है.
ये भी पढ़ें
Gold Rate Today: सोने की महंगाई ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, पहली बार 57,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार